रूसी मंत्रालय ने कहा,उड़ान के दौरान, रूसी और चीनी चालक दल ने हवाई गश्त के सभी चरणों के दौरान संयुक्त संचालन के नए क्षेत्र में सहयोग किया।
Moscow/Beijing News in Hindi: रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस और चीन के परमाणु क्षमता रणनीतिक बॉम्बर्स विमानों ने गुरुवार को उत्तरी प्रशांत और आर्कटिक क्षेत्र में अमेरिकी राज्य अलास्का के निकट गश्त की, जिसके बाद अमेरिका और कनाडा को भी अपने लड़ाकू विमान वहां भेजने पड़े।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी टीयू-95एमएस "बेयर" रणनीतिक बॉम्बर्स और चीनी से शियान एच-6 सामरिक बॉम्बर्स ने चुकची और बेरिंग सागरों तथा उत्तरी प्रशांत महासागर में गश्ती में भाग लिया।
रूसी मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "उड़ान के दौरान, रूसी और चीनी चालक दल ने हवाई गश्त के सभी चरणों के दौरान संयुक्त संचालन के नए क्षेत्र में सहयोग किया।"
रिपोर्ट्स के अनुसार, "मार्ग के कुछ चरणों में, वायु समूह के साथ विदेशी देशों के लड़ाकू विमान भी थे।" पांच घंटे की उड़ान में, रूसी और चीनी बॉम्बर्स को रूसी सुखोई Su-30SM और Su-35S लड़ाकू विमानों ने सुरक्षा प्रदान की। रूस ने कहा कि किसी विदेशी हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया गया।
अमेरिकी सेना के उत्तरी अमेरिकी एयरोस्पेस रक्षा कमान ने कहा कि अमेरिका और कनाडा के लड़ाकू विमानों ने अलास्का वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में रूसी और चीनी विमानों को रोका था।
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