टैगोर सोसायटी ऑफ ह्यूस्टन (टीएसएच) और ह्यूस्टन शहर के पार्क विभाग ने मिलकर इस स्मारक की स्थापना की है।
ह्यूस्टन : अमेरिका के टेक्सास में टैगोर मेमोरियल ग्रोव और संग्रहालय का उद्घाटन किया गया है। अपनी तरह का यह पहला स्मारक नोबेल पुरस्कार से सम्मानित रवींद्रनाथ टैगोर के असीमित दुनिया के संदेश को आगे बढ़ाता है।
टैगोर मेमोरियल ग्रोव एक खुला एवं मुक्त स्मारक है, जो प्रेम, शांति, सार्वभौमिकता और सीमाओं से परे दुनिया के उनके संदेश एवं विचारों को पेश करता है। ह्यूस्टन के रे मिलर पार्क में शनिवार को वैदिक मंत्रों के उच्चारण और टैगोर की रचनाओं पर आधारित रंगारंग प्रस्तुति के बीच टैगोर मेमोरियल ग्रोव का उद्घाटन किया गया।
इस कार्यक्रम में ह्यूस्टन में भारत के महावाणिज्यदूत असीम महाजन, फोर्ट बेंड काउंटी जज के पी जॉर्ज और फोर्ट बेंड कमिश्नर एंडी मायर्स सहित कई गणमान्य हस्तियां और बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्य शामिल हुए।
टैगोर सोसायटी ऑफ ह्यूस्टन (टीएसएच) और ह्यूस्टन शहर के पार्क विभाग ने मिलकर इस स्मारक की स्थापना की है।
टीएसएच के अध्यक्ष गोपेंदु चक्रवर्ती ने विश्व शांति और सार्वभौमिकता पर टैगोर के संदेश पर प्रकाश डालते हुए कहा, “टैगोर ग्रोव मेमोरियल में टैगोर की एक आदमकद कांस्य प्रतिमा लगाई गई है, जिसका अनावरण 2013 में किया गया था। यह टैगोर के जन्मस्थान कोलकाता (भारत) के बाहर लगाई गई उनकी पूर्ण आकृति वाली छठी प्रतिमा है। यह अमेरिका में लगाई गई उनकी पहली आदमकद प्रतिमा भी है।”
महावाणिज्यदूत महाजन ने कहा, “यह एक उपयुक्त स्मारक है। स्मारक का ह्यूस्टन शहर के साथ एक मजबूत जुड़ाव होगा और इससे शहर की विविधता में इजाफा होगा। मुझे यकीन है कि टैगोर मेमोरियल ग्रोव सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आपसी समझ को बढ़ावा देने के अपने उद्देश्य को आगे बढ़ाएगा देगा।”
उन्होंने कहा, “उद्घाटन का समय महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भारत की आजादी के 75 साल (आजादी का अमृत महोत्सव) के जश्न और टैगोर द्वारा स्थापित विश्व भारती की शुरुआत के 102 साल पूरे होने के बीच किया गया है।”.