बैठक में ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन भी शामिल हुईं।
Rishi Sunak News: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इजराइल-गाजा संघर्ष के बीच और देश की सड़कों पर व्यापक प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में ब्रिटेन के लिए घरेलू सुरक्षा मुद्दों का विश्लेषण करने के लिए सोमवार को लंदन में 10 डाउनिंग स्ट्रीट में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। ‘कैबिनेट ऑफिस ब्रीफिंग रूम्स ए’ (कोबरा) बैठक ऐसे समय में हो रही है जब एक और सप्ताहांत में हजारों लोगों ने पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष के खिलाफ प्रदर्शन किए। प्रदर्शन के दौरान नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया और पांच पर सार्वजनिक व्यवस्था संबंधी अपराधों के आरोप लगाए गए हैं। बैठक में ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन भी शामिल हुईं।
ब्रिटेन के शिक्षा मंत्री रॉबर्ट हाफटन ने डाउनिंग स्ट्रीट में उच्च स्तरीय कोबरा बैठक के संदर्भ में ‘टाइम्स रेडियो’ से कहा, ‘‘हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ब्रिटिश नागरिक आतंकवाद के खतरे से सुरक्षित रहें जैसा कि सरकार हमेशा करती है।’’ इस बैठक से पहले मेट्रोपोलिटन पुलिस आयुक्त सर मार्क रॉवले ने ब्रिटेन की सड़कों पर चरमपंथ से निपटने के लिए ‘‘सख्त’’ कानून बनाने का आह्वान किया था।
ब्रिटेन सरकार ने अपने देश में हमले की आशंका जतायी है।मेट्रोपोलिटन पुलिस के अनुसार, तीन सप्ताह पहले पश्चिम एशिया में संकट गहराने के बाद से देश में यहूदी विरोधी घटनाओं में 14 गुना वृद्धि हुई है. खबरों के अनुसार, ब्रिटेन सरकार देश में प्रदर्शन से जुड़ी कुछ चरमपंथी चिंताओं से निपटने के लिए आतंकवाद संबंधी कानूनों को कड़ा करने के तरीकों पर विचार कर सकती है।
ब्रेवरमैन ने ऐसी घटनाओं के खिलाफ कड़ी पुलिस कार्रवाई न करने को लेकर सवाल किया जबकि पुलिस ने आगाह किया कि ऐसे मामलों के खिलाफ कानून को पूरी तरह परिभाषित नहीं किया गया है।
इस माह के शुरू में इजराइल-हमास संघर्ष बढ़ने के बाद से लंदन में लगभग 100 गिरफ्तारियां की गई हैं। मेट्रोपोलिटन पुलिस प्रमुख का अनुमान है कि अगले कुछ हफ्तों में "और भी गिरफ्तारियां" होंगी क्योंकि पुलिस उन लोगों का पता लगा रही है जिन्होंने हाल के प्रदर्शनों में सार्वजनिक व्यवस्था और आतंकवाद संबंधी कानूनों का उल्लंघन किया था । इस बीच, ब्रिटेन के अपराध और पुलिसिंग मंत्री क्रिस फिलिप ने देश के पुलिस प्रमुखों को पत्र लिखकर उनसे अपराधियों को पकड़ने के लिए चेहरे की पहचान करने वाली, कृत्रिम बुद्धिमत्ता से लैस तकनीक का इस्तेमाल कर छापेमारी की संख्या दोगुनी करने को कहा है।