अमेरिका में एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में एक भारतीय पर अमेरिकी अदालत में मामला दर्ज
US Accuses Indian Citizen: अमेरिका में एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में एक भारतीय पर अमेरिकी अदालत में मामला दर्ज .
अमेरिका में संघीय अभियोजकों ने एक भारतीय नागरिक पर एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने का बुधवार को आरोप लगाया। दक्षिणी न्यूयॉर्क जिले के अमेरिकी अटॉर्नी मैथ्यू जी. ऑलसेन ने कहा कि निखिल गुप्ता (52) के खिलाफ हत्या के लिए सुपारी देने का आरोप लगाया गया है, जिसमें अधिकतम 10 साल जेल की सजा का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि साथ ही गुप्ता पर सुपारी देकर हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है जिसमें भी अधिकतम 10 साल जेल की सजा का प्रावधान है।
जानें आरोप में क्या कहा गया?
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि गुप्ता ने न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले सिख अलगाववादी नेता की हत्या के लिए हत्यारे को एक लाख अमेरिकी डॉलर देने की बात स्वीकार कर ली थी। आरोपों के अनुसार, ''नौ जून 2023 या उसके आसपास गुप्ता ने हत्या के लिए सुपारी दी थी, जिसके अग्रिम भुगतान के रूप में उन्होंने न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में हत्यारे को 15 हजार अमेरिकी डॉलर नकद देने के लिए एक सहयोगी की भी व्यवस्था की थी।''
आखिर क्यों सुर्खियों में है गुरपतवंत सिंह पन्नू ?
अभ्यारोपण में अमेरिकी नागरिक का नाम नहीं दिया गया है लेकिन ‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए पिछले हफ्ते एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमें उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों द्वारा प्रतिबंधित 'सिख फॉर जस्टिस' संगठन के गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को विफल करने की बात कही गई थी।साथ ही खबर में हत्या की साजिश में संदिग्ध रूप से शामिल होने को लेकर अमेरिकी प्राधिकारियों द्वारा भारत सरकार को चेतावनी भी जारी करने की बात कही गई थी।
न्यूयॉर्क दक्षिणी जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी डेमियन विलियम्स ने एक बयान में कहा, ‘‘जैसा कि आरोप लगाया गया है, प्रतिवादी ने भारत से यहां न्यूयॉर्क शहर में भारतीय मूल के एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश रची, जिसने भारत में एक अल्पसंख्यक समूह, सिखों के लिए एक संप्रभु देश बनाने की सार्वजनिक रूप से वकालत की है।’’
'अमेरिकी नागरिकों की हत्या की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी '
विलियम्स ने कहा कि उनके कार्यालय और कानून प्रवर्तन प्राधिकारियों ने इस "घातक खतरे" को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम अमेरिकी धरती पर अमेरिकी नागरिकों की हत्या के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और यहां या विदेश में अमेरिकियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ जांच करने, उसकी साजिश को विफल करने और मुकदमा चलाने के लिए तैयार हैं।’’
न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए अमेरिकी जिला अदालत में दायर अभियोग में अन्य सार्वजनिक अदालत के दस्तावेजों में उस कथित साजिश का विवरण दिया गया है जिसमें गुप्ता शामिल था। मई 2023 में, गुप्ता को अमेरिका में पन्नू की हत्या की साजिश रचने के लिए एक व्यक्ति ने भर्ती किया था। अभियोग में कहा गया है कि यह साजिश एक भारतीय सरकारी कर्मचारी द्वारा निर्देशित थी, जिसने खुद को "वरिष्ठ क्षेत्रीय अधिकारी" बताया है जिसके पास "सुरक्षा प्रबंधन" और "खुफिया" की जिम्मेदारी थी। इसके अनुसार उसने यह भी दावा किया है कि उसने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में सेवा की है और वह हथियार आदि में प्रशिक्षित है।
अभियोजकों ने कहा कि चेक गणराज्य के अधिकारियों ने अमेरिका और चेक गणराज्य के बीच द्विपक्षीय प्रत्यर्पण संधि के तहत 30 जून, 2023 को गुप्ता को गिरफ्तार किया और हिरासत में लिया। गुप्ता को एक व्यक्ति की हत्या की कथित साजिश में शामिल होने के सिलसिले में अमेरिका के अनुरोध पर चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गुप्ता को कब अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा सकता है।
यह घटनाक्रम ऐसे दिन हुआ जब भारत ने कहा कि उसने अमेरिकी धरती पर सिख चरमपंथी को मारने की साजिश से संबंधित आरोपों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है। (भाषा)