पहलवानों ने हाल में अपने पदक गंगा में बहाने की धमकी दी थी।
मुंबई: केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कहा कि कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों के मुद्दे से केंद्र सरकार संवेदनशील तरीके से निपट रही है। ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने जांच के लिए समिति के गठन की पहलवानों की मांग स्वीकार कर ली है और जांच चल रही है।
साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और संगीता फोगाट सहित ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के कई पदक विजेता पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग के साथ नई दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। पहलवानों ने हाल में अपने पदक गंगा में बहाने की धमकी दी थी।
ठाकुर ने कहा, ‘‘सरकार प्रदर्शनकारी पहलवानों के मुद्दे से संवेदनशीलता के साथ निपट रही है। पहलवानों ने प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी जो दिल्ली पुलिस ने किया है। भारतीय कुश्ती महासंघ ने प्रशासकों की समिति का गठन किया है क्योंकि उन्होंने मांग की थी कि पदाधिकारियों को संचालन करने की स्वीकृति नहीं दी जाए।’’
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने पहलवानों को मजिस्ट्रेट अदालत में जाने को कहा है।
बुधवार को ठाकुर ने विरोध करने वाले पहलवानों को ऐसा कोई कदम नहीं उठाने के लिए कहा जो खेल या खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचाए। उन्होंने कहा कि आरोपों की जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पहलवानों से धैर्य रखने और शीर्ष अदालत में विश्वास रखने का भी आग्रह किया था।