उन्होंने कहा, महिलाओं को अपनी बात रखने का अवसर और समान अधिकार व सम्मान नहीं दिया जाता। अन्नामलाई के नेतृत्व में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
चेन्नई : पिछले साल नवंबर में भाजपा से निलंबित की गईं अभिनेत्री व नेता गायत्री रघुराम ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की तमिलनाडु इकाई में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं और ''सच्चे कार्यकर्ताओं की किसी को परवाह नहीं है।”
उन्होंने पार्टी छोड़ने के अपने निर्णय के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के प्रमुख के. अन्नामलाई को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि एक वरिष्ठ नेता ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके जाने से पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा। नेता ने कहा कि वह उनके आरोपों को ज्यादा तवज्जो नहीं देते।
उल्लेखनीय है कि 23 नवंबर को अन्नामलाई ने भाजपा की अन्य राज्यों व विदेशी तमिल विकास इकाई की अध्यक्ष गायत्री को “पार्टी को बदनाम करने वाली गतिविधियों में शामिल होने” के आरोप में छह महीने के लिए निलंबित कर दिया था।
गायत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और राष्ट्रीय महासचिव बी.एल. संतोष को टैग करते हुए ट्वीट किया, “मैंने भारी मन से तमिलनाडु भाजपा से इस्तीफा देने का फैसला लिया है क्योंकि महिलाओं को अपनी बात रखने का अवसर और समान अधिकार व सम्मान नहीं दिया जाता। अन्नामलाई के नेतृत्व में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। सच्चे कार्यकर्ताओं की किसी को परवाह नहीं है, सच्चे कार्यकर्ताओं को भगाना ही अन्नामलाई का एकमात्र लक्ष्य है। भाजपा को मेरी शुभकामनाएं ।”
उन्होंने कहा, “मोदी जी आप विशेष हैं, आप राष्ट्रपिता हैं, आप हमेशा मेरी नजर में विश्वगुरु और महान नेता रहेंगे। अमित शाह जी आप हमेशा मेरी नजर में चाणक्य रहेंगे।”
पद से हटाए जाने और पार्टी से निलंबित किए जाने से कुछ दिन पहले, भाजपा के खेल एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमर प्रसाद रेड्डी ने उन पर मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के परिवार के एक सदस्य से मिलने का आरोप लगाया था और आक्रोशित मुद्रा में कहा था, “भाजपा में विश्वासघातियों के लिए कोई जगह नहीं है।”