इससे वहां 8,000 डीडब्ल्यूटी तक के जहाज की आवाजाही हो सकेगी।’’
New Delhi: अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) करण अडाणी ने कहा है कि अडाणी समूह की सांघीपुरम के निजी (कैप्टिव) बंदरगाह की क्षमता बढ़ाने पर निवेश करने की योजना है। इससे इस बंदरगाह पर 8,000 डीडब्ल्यूटी (डेडवेट टन भार) के जहाज आ सकेंगे।
अडाणी समूह की कंपनी अंबुजा सीमेंट्स लि. (एसीएल) ने बृहस्पतिवार को पश्चिम भारत की प्रमुख सीमेंट विनिर्माता सांघी इंडस्ट्रीज लि. (एसआईएल) का 5,000 करोड़ रुपये के उपक्रम मूल्य पर अधिग्रहण करने की घोषणा की है।
अंबुजा सीमेंट द्वारा सांघी इंडस्ट्रीज लि. (एसआईएल) के मौजूदा प्रवर्तकों...रवि सांघी और परिवार से कंपनी की 56.74 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया जाएगा। इससे अंबुजा सीमेंट को अपनी क्षमता को बढ़ाकर 7.36 करोड़ टन सालाना करने में मदद मिलेगी। अल्ट्राटेक के बाद अंबुजा सीमेंट दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट विनिर्माता है। अडाणी समूह पिछले साल सितंबर में अंबुजा सीमेंट और उसकी अनुषंगी एसीसी लि. में बहुलांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने के बाद सीमेंट क्षेत्र में उतरा था।
सांघी इंडस्ट्रीज के अधिग्रहण के बाद करण अडाणी ने कहा, ‘‘हम निजी बंदरगाह की क्षमता को गहरा करने और बढ़ाने पर निवेश करेंगे। इससे वहां 8,000 डीडब्ल्यूटी तक के जहाज की आवाजाही हो सकेगी।’’
उन्होंने कहा कि पश्चिमी तट के साथ बल्क टर्मिनल और ग्राइंडिंग इकाइयां लगाई जाएंगी जिससे कम लागत में समुद्री मार्ग से क्लिंकर और सीमेंट का परिवहन हो सकेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सोच सांघीपुरम में सबसे कम लागत में क्लिंकर का उत्पादन करने की है। इसके बाद हम इस क्लिंकर और थोक में सीमेंट को तटीय मार्गों के जरिये सौराष्ट्र दक्षिण गुजरात, मुंबई, मुंबई महानगर क्षेत्र, कर्नाटक और केरल के बाजारों में पहुंचाएंगे।’’
करण अडाणी ने भरोसा जताया कि सही तरीके से क्रियान्वयन के बाद अडाणी समूह इन बाजारों में सबसे कम लागत में सीमेंट का आपूर्तिकर्ता बन सकेगा। उन्होंने कहा, ‘‘एसआईएल के अधिग्रहण से अंबुजा को बाजार में अपनी स्थिति और मजबूत करने में मदद मिलेगी। इससे कंपनी की सीमेंट उत्पादन क्षमता 6.75 करोड़ टन से बढ़कर 7.36 करोड़ टन की हो जाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अंबुजा सीमेंट का 2028 तक 14 करोड़ टन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य है। यह समय से पहले हासिल हो जाएगा।’’