कहा कि इस चलन पर रोक के लिए कार्रवाई करने की जिम्मेदारी अब उच्चतम न्यायालय पर है।
New Delhi: राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पिछले कुछ वर्षों में कर्नाटक, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में विपक्ष की सरकारों को गिराने का आरोप लगाया और कहा कि इस चलन पर रोक के लिए कार्रवाई करने की जिम्मेदारी अब उच्चतम न्यायालय पर है।
प्रतिष्ठित अधिवक्ता सिब्बल की ये टिप्पणियां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार और आठ अन्य विधायक एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने की पृष्ठभूमि में आई हैं।
सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा ने पद तथा अन्य चीजों का लालच देकर इन निर्वाचित सरकारों को गिराया : उत्तराखंड (2016), अरुणाचल प्रदेश (2016), कर्नाटक (2019), मध्य प्रदेश (2020), महाराष्ट्र (2022)।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब कानून इसकी इजाजत देता है? अब जिम्मेदारी उच्चतम न्यायालय पर है।’’
राज्यसभा सदस्य ने अजित पवार तथा आठ अन्य को एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में शामिल किए जाने को लेकर सोमवार को भी भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा था, ‘‘ पहले भ्रष्टाचारियों पर हमला करो और फिर उन्हें गले लगाओ।’’ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में रविवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली थी।