अधिकारी ने कहा, ‘‘ये विशिष्ट प्रौद्योगिकियां हैं और कोई भी देश इन्हें देने के लिए तैयार नहीं है। यूक्रेन संघर्ष ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।'
नागपुर : भारत इस साल स्वदेश निर्मित पोत ‘समुद्रयान’ के जरिये समुद्र की 500 मीटर की गहराई में तीन खोजकर्ताओं को भेजेगा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चेन्नई में राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान के इंजीनियर इसके लिए तैयारी कर रहे हैं।
यहां भारतीय विज्ञान कांग्रेस के इतर एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने का अनुरोध करते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हालांकि, समुद्र में 6,000 मीटर की गहराई तक ‘समुद्रयान’ भेजने की योजना में देरी हो सकती है क्योंकि उन गहराई पर दबाव झेलने में सक्षम ‘टाइटेनियम स्पियर’ की खरीद में कठिनाई सामने आ सकती है।.
अधिकारी ने कहा, ‘‘ये विशिष्ट प्रौद्योगिकियां हैं और कोई भी देश इन्हें देने के लिए तैयार नहीं है। यूक्रेन संघर्ष ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।’’ भारत अगले साल के अंत तक मानव अंतरिक्ष यान भी हासिल करना चाहता है।