21 वर्षीय युवती को सरकारी नौकरी का झांसा देकर मुख्य सचिव के आवास पर ले जाया गया और फिर नारायण सहित कई लोगों ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया।
पोर्ट ब्लेयर : अंडमान एवं निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण और दो अन्य के खिलाफ सामूहिक बलात्कार के मामले में आरोपपत्र दायर किया गया है। यह मामला 21 वर्षीय एक युवती ने दर्ज कराया था। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि नारायण, व्यवसायी संदीप सिंह उर्फ रिंकू और निलंबित श्रम आयुक्त ऋषिश्वरलाल ऋषि के खिलाफ 935 पन्नों का आरोपपत्र लगभग 90 गवाहों के बयानों, फॉरेंसिक रिपोर्ट और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों पर आधारित है। आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) समेत अन्य संबंधित धाराओं में आरोप लगाए गए हैं।
मोनिका भारद्वाज के नेतृत्व वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को आरोपपत्र दाखिल किया। एसआईटी इन आरोपों की जांच कर रही है कि 21 वर्षीय युवती को सरकारी नौकरी का झांसा देकर मुख्य सचिव के आवास पर ले जाया गया और फिर नारायण सहित कई लोगों ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया। फिलहाल, मामले के तीनों आरोपी जेल में हैं।
प्राथमिकी गत एक अक्टूबर को दर्ज की गई थी जब नारायण दिल्ली वित्तीय निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में तैनात थे। सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से 17 अक्टूबर को निलंबित कर दिया था।