उपराष्ट्रपति ने कहा, "यह बदलाव... बहुत पहले हो जाना चाहिए था।" लेकिन अब हम सही रास्ते पर हैं।”
नागपुर: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि देश ने 2014 के बाद से एक "बड़ा बदलाव" देखा है क्योंकि तीन दशकों के गठबंधन शासन के बाद उसे ऐसी सरकार मिली है जहां केवल एक पार्टी के पास बहुमत था।
वह यहां राष्ट्रीय प्रत्यक्ष अकादमी (एनएडीटी) में भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी प्रशिक्षुओं के 76वें बैच और ओरिएंटेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने संसद द्वारा हाल ही में पारित मध्यस्थता विधेयक 2021 की सराहना करते हुए कहा कि इससे समाज के उस बड़े वर्ग को मदद मिलेगी जो कमजोर है।
उन्होंने कहा कि कारावास के प्रावधान को हटाने के लिए संसद ने 40 से अधिक अधिनियमों में संशोधन किया है। उपराष्ट्रपति ने कहा, "यह बदलाव... बहुत पहले हो जाना चाहिए था।" लेकिन अब हम सही रास्ते पर हैं।”
उन्होंने कहा कि संकट हमेशा अवसर प्रदान करता है और जब कोई चुनौती का दृढ़ता से सामना करता है तो वह भी अवसर बन जाती है।
उपराष्ट्रपति ने कहा, “बड़ा बदलाव क्यों? बड़ा परिवर्तन तब आया जब देश ने तीस वर्षों तक अनिश्चितता और गठबंधन शासन के खतरों को देखा। लेकिन 2014 में देश को एक पार्टी की सरकार (लोकसभा में अपने बहुमत वाली एक पार्टी की सरकार) मिली और 2019 में वही पार्टी सत्ता में लौट आई।