उनके मुताबिक, भारत के लोग भी गुरु समान है, जो हमारे देश की विविधता में एकता का उदाहरण देते हैं, ...
New Delhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर मंगलवार को कहा कि वह अपने उन विरोधियों को भी अपना गुरु मानते हैं, जो अपने आचरण, झूठ, और अपनी बातों से उन्हें यह सिखाते हैं कि वह जिस रास्ते पर चल रहे हैं वह बिल्कुल सही है।
उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, "राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर सभी गुरुजनों को मेरा सादर नमन। भारत के पूर्व राष्ट्रपति, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। गुरु का स्थान जीवन में बहुत ऊंचा होता है, जो आपके जीवन के मार्ग को ज्ञान से प्रकाशित कर, सही दिशा में चलने की प्रेरणा देते हैं।" राहुल गांधी ने यह भी कहा, "महात्मा गांधी, गौतम बुद्ध, श्री नारायण गुरु जैसे महापुरुषों को गुरु मानता हूं, जिन्होंने हम सबको समाज में सर्वजन की समानता, और हर किसी के प्रति करुणा और प्रेम का ज्ञान दिया।"
उनके मुताबिक, भारत के लोग भी गुरु समान है, जो हमारे देश की विविधता में एकता का उदाहरण देते हैं, हर समस्या से हिम्मत के साथ लड़ जाने की प्रेरणा देते हैं, जो विनम्रता और तपस्या का साक्षात रूप हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, "अपने विरोधियों को भी मैं अपना गुरु ही मानता हूं, जो अपने आचरण से, अपने झूठ से, अपनी बातों से मुझे यह सिखाते हैं कि मैं जिस रास्ते पर चल रहा हूं वह बिल्कुल सही है - और इस पर आगे बढ़ते रहने के लिए हर कीमत कम है।"
पांच सितंबर 1888 को तमिलनाडु में जन्मे डॉ. राधाकृष्णन को भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद् और महान दार्शनिक के तौर पर जाना जाता है और उन्हीं के सम्मान में पांच सितंबर को ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।