मध्य प्रशांत महासागर के गर्म होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक ऐसे संकेत मिले हैं कि अल नीनो कम हो रहा है।
Monsoon news in hindi: अप्रैल के महीने में देश के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। गर्मी के कहर से लोगों का बुरा हाल है। हालांकि, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राहत की खबर दी है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस साल पिछले साल से ज्यादा बारिश हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अल नीनो के प्रभाव का स्तर कम हो रहा है। इससे मानसून के लिए बेहतर स्थिति का संकेत मिल रहा है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक ने यह जानकारी दी, मध्य प्रशांत महासागर के गर्म होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक ऐसे संकेत मिले हैं कि अल नीनो कम हो रहा है। जून की शुरुआत तक प्रभाव कम हो जाएगा, जिसके बाद उचित स्थिति बन सकती है। यह मौसमी घटना दक्षिण पश्चिम मानसून के लिए अनुकूल है।
आपको बता दें कि दक्षिण-पश्चिम मानसून भारत के कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। यह देश में वार्षिक वर्षा का लगभग 70 प्रतिशत कवर करता है। देश में कृषि क्षेत्र सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 14 प्रतिशत का योगदान देता है और लगभग 1.4 बिलियन की आधी से अधिक आबादी को रोजगार देता है। बारिश की इस कमी का देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ता है।
आईएमडी प्रमुख ने कहा कि इस साल जुलाई और सितंबर के बीच ला नीना की स्थिति देखी जा रही है, जो मध्य प्रशांत महासागर के ठंडा होने में योगदान दे रही है। ला नीना भारतीय मानसून के लिए अच्छा है और इस बार अच्छी स्थिति है। पिछले साल अल नीनो के कारण भारतीय मानसून क्षेत्र का 60 फीसदी हिस्सा नकारात्मक रूप से प्रभावित हुआ था, लेकिन इस साल ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिलेगी। यूरेशिया में भी इस वर्ष बर्फ का आवरण कम है, जो मानसून के लिए काफी हद तक अनुकूल है।
(For more news apart from Meteorological department gave good news, monsoon news in hindi, stay tuned to Rozana Spokesman)