उन्होंने कहा कि राजनीतिक घटनाक्रम ‘‘सत्ता की रोटियां’’ सेंकने को लेकर है.. लोगों की भलाई के लिए नहीं।
New Delhi: राज्यसभा के सदस्य कपिल सिब्बल ने महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम को ‘‘तमाशा’’ बताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ऐसा लगता है कि कानून ऐसा करने की इजाजत दे रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक घटनाक्रम ‘‘सत्ता की रोटियां’’ सेंकने को लेकर है.. लोगों की भलाई के लिए नहीं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में गत रविवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, वहीं पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली थी।
सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘‘ महाराष्ट्र की राजनीति... यह लोकतंत्र नहीं है। यह तमाशा है और ऐसा लगता है कि कानून ऐसा करने की इजाजत दे रहा है। यह सत्ता की रोटियां सेंकने के बारे में है... लोगों के बारे में नहीं।’’
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बुधवार को कहा था कि वह मुख्यमंत्री बनने की आकांक्षा रखते हैं और उन्होंने चाचा शरद पवार (83) पर तंज कसते हुए सवाल किया कि वह सक्रिय राजनीति से कब सेवानिवृत्त होंगे। शक्ति प्रदर्शन करने के लिए मुंबई में राकांपा के दोनों गुटों ने अलग-अलग बैठकें भी कीं।
पार्टी के दोनों गुटों के सूत्रों ने दावा किया कि अजित पवार (63) गुट द्वारा बुलाई गई बैठक में राकांपा के 53 में से 32 विधायक शामिल हुए, जबकि राकांपा प्रमुख शरद पवार द्वारा संबोधित की गई बैठक में 18 विधायक उपस्थित थे।