वनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं.
Haldwani Violence: उत्तराखंड में हल्द्वानी में गुरूवार को हिंसा भड़क गई. इसमें चार लोगों की जान चली गई. वहीं 300 ज्यादा जख्मी बताएं जा रहे हैं. हिंसा भड़कने के बाद माहौल को देखते हुए पुरे शहर में कर्फ्यू लगाया गया है.
बता दें कि हल्द्वानी नगर निगम टीम ने गुरुवार 8 फरवरी को शहर में बने अवैध मदरसे को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. यहां नमाज पढ़ने के लिए एक इमारत बनाई जा रही थी, उसे भी बुलडोजर से ढहा दिया गया. इससे गुस्साए लोगों ने नगर निगम की टीम पर हमला कर दिया.
उन्होंने वनभूलपुरा थाने को चारों तरफ से घेर लिया और पथराव कर दिया। कई गाड़ियां जला दी गईं. ट्रांसफार्मर में भी आग लग गई, जिससे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद हो गई। हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई, 100 पुलिसकर्मी घायल हो गए. डीएम ने वनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं.
सुरक्षा कारणों से अर्धसैनिक बलों की 4 कंपनियां और पीएसी की 2 कंपनियां तैनात की गई हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाया गया है. हमला करने और आगजनी करने वाले लोगों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दंगाइयों ने मदरसे को ढहाने में इस्तेमाल किए गए बुलडोजर को भी तोड़ दिया. पथराव में एसडीएम, पुलिस, निगम कर्मचारी, पत्रकार घायल हुए हैं। पुलिस ने हिंसा भड़काने वाले उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़े.
नगर निगम कमिश्नर पंकज उपाध्याय ने कहा- मदरसे और प्रार्थना स्थल पूरी तरह अवैध हैं। नगर निगम ने तीन एकड़ जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराकर मदरसे और प्रार्थना स्थल को सील कर दिया था।
इस बीच, हल्द्वानी मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक तथा पुलिस और खुफिया विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया. लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश भी दिए गए।
क्या है मामला
जिलाधिकारी ने बताया कि 'मलिक का बगीचा' पर कथित रूप से खड़े ये दो ढ़ांचे (अवैध मदरसा और मस्जिद) सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए हैं और अदालत के आदेश का अनुपालन करते हुए उनके ध्वस्तीकरण के लिए पूर्व में ही नोटिस जारी किया गया था। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू करने से पहले नगर निगम प्रशासन उसका विधिक रूप से कब्जा ले चुका था।
उपद्रवियों की भीड़ ने पुलिसकर्मियों और नगर निगम के कर्मचारियों पर पथराव किया, जिन्हें पहले बिना बल प्रयोग के वहां से हटाने का पूरा प्रयास किया गया। उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंक कर बनभूलपुरा पुलिस थाने को जलाने का प्रयास किया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने पहले उपद्रवियों को बिना ज्यादा बल प्रयोग के हटाने का प्रयास किया लेकिन बाद में जब भीड़ ने थाने में आग लगा दी तो आत्मरक्षा में पुलिस को भी बल प्रयोग करना पड़ा। जिलाधिकारी ने बताया कि इस मौके पर बड़ी संख्या में वाहन भी जलाए गए और पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया, जिसके कारण उन्हें बचने के लिए पुलिस थाने में घुसना पड़ा।
(For more news apart from Violence broke out after the demolition of an illegal madrassa in Haldwani, Uttarakhand News In Hindi’ Stay tuned to Rozana Spokesman Hindi)