उन्होंने कहा, "कार्य समिति ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया।
New Delhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि पार्टी की कार्य समिति ने जाति आधारित जनगणना के विचार के पक्ष में ऐतिहासिक निर्णय लिया है। कार्य समिति की बैठक के बाद राहुल ने संवाददाताओं से यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के ज्यादातर घटक दल जाति आधारित जनगणना के पक्ष में हैं।
उन्होंने कहा, "कार्य समिति ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया। सबकी सहमति से जाति आधारित जनगणना के विचार का समर्थन करने का फैसला हुआ।" राहुल ने कहा कि कांग्रेस जाति जनगणना के लिए भाजपा पर पुरजोर दबाव बनाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह राजनीतिक निर्णय नहीं है, बल्कि न्याय का निर्णय है।'' उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जाति आधारित जनगणना कराने में 'अक्षम' हैं।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री मोदी ओबीसी वर्ग के लिए काम नहीं करते, बल्कि उनका ध्यान भटकाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना एक 'एक्सरे' की तरह है जिससे ओबीसी और अन्य वर्गों की स्थिति के बारे में पता चल सकेगा। राहुल गांधी ने सवाल किया कि आखिर प्रधानमंत्री यह ‘‘एक्सरे’’ क्यों नहीं चाहते?
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की सोमवार को यहां बैठक हुई जिसमें जाति आधारित जनगणना और राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना एवं मिजोरम के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी रणनीति और कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।