देश में ग्रामीण विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए इस वार्षिक पुरस्कार के तहत 10 लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं।
New Delhi: प्रसिद्ध अर्थशास्त्री दीपक नैय्यर ने रोहिणी नैय्यर पुरस्कार को कायम रखने के लिए एक निधि बनाने के वास्ते 2 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। देश में ग्रामीण विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए इस वार्षिक पुरस्कार के तहत 10 लाख रुपये प्रदान किये जाते हैं।
यह पुरस्कार, नैय्यर की दिवंगत पत्नी एवं प्रख्यात अर्थशास्त्री-प्रशासक डॉ. रोहिणी नैय्यर की स्मृति में गैर-लाभकारी !नैय्यर फाउंडेशन फॉर सोशल एंड इकोनॉमि क पर्पज़’ द्वारा प्रदान किया जाता है।
फाउंडेशन के बोर्ड में निदेशक नैय्यर ने कहा, ‘‘मैंने नैय्यर फाउंडेशन के लिए 2 करोड़ रुपये की निधि बनाने के लिए अपने व्यक्तिगत संसाधनों से 2 करोड़ रुपये का योगदान दिया है, जो रोहिणी नैय्यर पुरस्कार को हमेशा के लिए बनाए रखने के लिए पर्याप्त होगा।’’
नैय्यर ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि हम ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट युवा पेशेवरों के काम को कई वर्षों, यहां तक कि दशकों तक मान्यता देना जारी रख सकेंगे।’’
यह पुरस्कार प्रतिवर्ष 40 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को प्रदान किया जाता है। पहला पुरस्कार पिछले साल पूर्वी नगालैंड में बेटर लाइफ फाउंडेशन के संस्थापक एस. संगतम को पूर्वोत्तर राज्य के सुदूर हिस्से में किसानों की आय को चौगुना करने में मदद करने के लिए दिया गया था।