अंतिम बैठक में इस शासकीय सूचना को सर्वसम्मति से अपनाया गया।
New Delhi: जी20 देशों के वित्त मंत्रियों ने क्रिप्टो परिसंपत्तियों से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए जी20 रूपरेखा के त्वरित और समन्वित कार्यान्वयन का बृहस्पतिवार को आह्वान किया। जी20 के वित्त मंत्रियों द्वारा अपनाई गई क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर जी20 रूपरेखा को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और वित्तीय स्थिरता बोर्ड (एफएसबी) द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किए गए एक ‘सिंथेसिस पेपर’ में बयां किया गया।
मोरक्को के मराकेश में आईएमएफ-डब्ल्यूबी की वार्षिक बैठक में भारत की अध्यक्षता के तहत जी20 एफएमसीबीजी (वित्त मंत्रियों और केंद्री बैंक गवर्नरों) की चौथी तथा अंतिम बैठक में इस शासकीय सूचना को सर्वसम्मति से अपनाया गया।
एफएमसीबीजी की चौथी बैठक के दौरान जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘ हम ‘सिंथेसिस पेपर’ में प्रस्तावित रूपरेखा को क्रिप्टो एसेट्स पर जी20 रूपरेखा के रूप में अपनाते हैं...हम नीतिगत ढांचे के कार्यान्वयन सहित जी20 रूपरेखा के त्वरित व समन्वित कार्यान्वयन का आह्वान करते हैं। ’’ न्यासों और अन्य कानूनी व्यवस्थाओं पर मार्गदर्शन को अंतिम रूप देने में वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदम की सराहना करते हुए शासकीय सूचना में कहा गया, ‘‘ हम लाभकारी स्वामित्व पारदर्शिता पर संबंधित संशोधित मानक को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, वित्त मंत्रियों तथा केंद्रीय बैंकों के गवर्नर (एफएमसीबीजी) की शासकीय सूचना को जी20 नई दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन (एनडीएलडी) से मार्गदर्शन मिला और पिछले महीने लीडर्स समिट में बनी सहमति से काफी फायदा हुआ।