रक्षा मंत्री ने कहा कि पहले जब भारत बोलता था तो कोई उसे गंभीरता से नहीं लेता था, लेकिन अब जब ‘‘हम कहते हैं, दुनिया हमें ध्यान से सुनती है।’’
बेंगलुरु : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को रूस-यूक्रेन संघर्ष से सबक लिए जाने का जिक्र करते हुए सेना से भविष्य के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की प्रतिष्ठा में काफी वृद्धि हुई है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यूक्रेन से भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने में प्रकट हुआ जब संबंधित देशों के नेताओं से बातचीत के बाद कुछ समय के लिए युद्ध को रोक दिया गया था।
सेना सेवा कोर (एएससी), बेंगलुरु में 75वें भारतीय सेना दिवस कार्यक्रम में उन्होंने सशस्त्र बलों से आह्वान किया कि वे अपनी क्षमताओं को बढ़ाएं और आने वाले दिनों में सभी प्रमुख सशस्त्र बल अपने सुरक्षा तंत्र को मजबूत करेंगे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पहले जब भारत बोलता था तो कोई उसे गंभीरता से नहीं लेता था, लेकिन अब जब ‘‘हम कहते हैं, दुनिया हमें ध्यान से सुनती है।’’
राष्ट्रीय राजधानी के बाहर पहली बार आयोजित सेना दिवस कार्यक्रम में सिंह ने कहा, ‘‘इसका एक उदाहरण रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान फंसे भारतीय छात्रों को बाहर निकालने का है। छात्रों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए आवाज उठाई गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति (वोलोदिमीर) जेलेंस्की, रूसी राष्ट्रपति (व्लादिमीर) पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बात की तथा युद्ध को कुछ घंटों के लिए रोक दिया गया, इस दौरान छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।’’