सरकार ने मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए थाइलैंड की उस कंपनी से मदद मांगी है।
Uttarkashi tunnel collapse Update In Hindi : उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिल्कयारा सुरंग में हुए भूस्खलन के कारण 4 दिन से 40 मजदूरों उसमें फंसे हुए है. उन्हें निकालने के लिए बचाव टीम लागातार काम कर रही है. पर अभी तक कोई सफलात हाथ नहीं लगी है. मजदूर 96 घंटे से ज्यादा समय से जिंदगी के लिए अंदर लड रहे हैं. फिलहाल सुरंग में फंसे सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं और उन्हें पाइप के जरिए ऑक्सीजन, पानी, सूखे मेवे और अन्य खाद्य सामग्री, बिजली, दवाएं आदि लगातार पहुंचाई जा रही हैं.
सरकार ने थाइलैंड की कंपनी से मांगी मदद
वहीं बचाव टीमों का कहना है कि आज (गुरूवार को) उन्हें बाहर निकाल लिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार मजदूरों को बाहर निकालने के लिए एडवांस मशीने मंगवाई गई है. बता दें कि सरकार ने मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए थाइलैंड की उस कंपनी से मदद मांगी है। जिसने साल 2018 में थाइलैंड की एक गुफा में फंसे 11 से 16 साल तक (बच्चे) के फुटबाल टीम को 12 सदस्यों को सुरक्षित निकाला था. यह रेस्क्यू ऑपरेशन 14 दिनों तक चला जिसेक बाद बच्चों और उनके कोच को सुरक्षित निकाल लिया गया था.
वहीं अब भारत सरकार ने इस टीम से मदद मांगी है. ताकि टीम से मजदूरों को बचाने के लिए विशेष सुझाव ले सकें। बता दें कि रविवार को चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत सिल्क्यारा की ओर से मुहाने के अंदर 270 मीटर अंदर बनी सुरंग का करीब 30 मीटर हिस्सा ढह गया था और तब से मजदूर अंदर फंसे हुए हैं. उन्हें निकालने के लिए कई तरीकों को अपनाया जा चुका है पर अब तक कोई सफलता नहीं मिली है. वहीं अब सरकार नें थाइलैंड की कंपनी से मदद मांगी है।
मिली जानकारी के अनुसार टनल में कई राज्यों के मजदूर फंसे है. बताया जा रहा है कि इसमें बिहार के 4, उत्तराखंड के 2, बंगाल के 3, यूपी के 8, उड़ीसा के 5, झारखंड के 15, असम के 2 और हिमाचल प्रदेश का 1 मजदूर इस टनल में फंसे है. बचाव कर्मी उसने लगातार संपर्क बनाए हुए है. वॉकी-टॉकी की मदद से वे उनसे बात कर रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अधिकारी सुरंग के अंदर जाकर और पाइप के जरिए श्रमिकों से बात कर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं. प्रशासन और पुलिस अधिकारी श्रमिकों के परिवारों को बचाव कार्यों की जानकारी दे रहे हैं और श्रमिकों से बातचीत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी लागातार हालातों की जानकारी ले रहे हैं. ऑपरेशन में मिलिट्री ऑपरेशन की टीम भी शामिल है.
श्रमिकों की वापसी के बाद तत्काल इलाज के लिए अस्थायी अस्पताल तैयार
उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर.सी.एस. पंवार ने बताया कि टनल के पास छह बिस्तरों वाला अस्थायी अस्पताल तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा 10 एंबुलेंस के साथ मेडिकल टीमें भी मौके पर तैनात हैं ताकि जब मजदूर बाहर आएं तो उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता दी जा सके. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार अधिकारियों से सुरंग में फंसे श्रमिकों और उन्हें बचाने के लिए की जा रही कार्रवाई की जानकारी ले रहे हैं.
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