अधिकारियों के अनुसार पुलिस ने एक एयर गन समेत कंबल, मोबाइल, टेंट के सामान सहित अन्य चीजें बरामद की हैं। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में...
मेदिनीनगर : झारखंड के पलामू जिले के मनातू थानाक्षेत्र के मिटार पिकेट के समीप बिसराव जंगल में बृहस्पतिवार सुबह जिला पुलिस-केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन ‘तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमिटी (टीएसपीसी) के बीच भीषण मुठभेड़ हुई।
पुलिस के अधिकारियों के अनुसार दोनों ओर से गोलियां चलने के बाद पुलिस सीआरपीएफ को भारी पड़ता देख उग्रवादी जंगल में भाग निकले।
अधिकारियों के अनुसार पुलिस ने एक एयर गन समेत कंबल, मोबाइल, टेंट के सामान सहित अन्य चीजें बरामद की हैं। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमिटी ( टीएसपीसी) के शीर्ष कमांडर शशिकांत का दस्ता शामिल था।
जिले के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने इस बारे में बताया कि मुठभेड़ 15 से 20 मिनट तक चली। उन्होंने बताया कि उसके बाद उग्रवादी मौके से भाग खड़े हुए। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में जिला पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ 134 बटालियन शामिल थी।
उन्होंने बताया कि घटना जिले के मनातू थानाक्षेत्र के मिटार पिकेट के समीप बिसराव जंगल में हुई। उन्होंने बताया कि पुलिस-सीआरपीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि इस इलाके में टीएसपीसी के शीर्ष कमांडर शशिकांत का दस्ता देखा गया है। उन्होंने बताया कि इस सूचना के बाद पुलिस उस इलाके में तलाशी अभियान चला रही थी तभी पुलिस को देख उग्रवादियों ने गोलबारी शुरू कर दी।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की और उग्रवादी 15 से 20 मिनट की मुठभेड़ में ही भाग खड़े हुए। उन्होंने बताया कि दोनों ओर से 60 से 70 गोलियां चलायी गयीं।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से एक एयर गन समेत कई सामान बरामद किए गए हैं और पुलिस अभी भी इलाके में तलाशी अभियान जारी रखे हुए है।