स्टेडियम की क्षमता 30,000 दर्शकों की होगी।
New Delhi: संसद का विशेष सत्र समाप्त होने के अगले ही दिन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे जहां वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखने के अलावा उत्तर प्रदेश में निर्मित 16 अटल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन भी करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उसके मुताबिक प्रधानमंत्री रुद्राक्ष अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं कन्वेंशन सेंटर में काशी संसद सांस्कृतिक महोत्सव 2023 के समापन समारोह में भी भाग लेंगे।
पीएमओ ने कहा कि वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम आधुनिक विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम होगा।
वाराणसी के राजातालाब के गंजरी में बनने वाले आधुनिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से 30 एकड़ से अधिक क्षेत्र में विकसित किया जाएगा।
इस स्टेडियम की विषयगत वास्तुकला भगवान शिव से प्रेरित है, जिसमें अर्द्धचंद्राकार छत कवर और त्रिशूल के आकार की फ्लड-लाइट होगी। इसमें घाट की तरह बैठने वाली व्यवस्था को आकार दिया जाएगा।
स्टेडियम की क्षमता 30,000 दर्शकों की होगी। पीएमओ ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच को और बढ़ाने के उद्देश्य से, लगभग 1115 करोड़ रुपये की लागत से 16 अटल आवासीय विद्यालय, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के कारण मजदूरों, निर्माण श्रमिकों और अनाथ बच्चों के लिए निर्मित किए गए हैं। इसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ ही बच्चों के समग्र विकास में मदद करना है।
प्रत्येक स्कूल का निर्माण 10-15 एकड़ के क्षेत्र में कक्षाओं, खेल मैदान, मनोरंजक क्षेत्रों, एक मिनी सभागार, छात्रावास परिसर, मेस और कर्मचारियों के लिए आवासीय फ्लैट के साथ किया गया है। प्रत्येक आवासीय स्कूल में 1000 छात्रों को समायोजित करने का लक्ष्य है।
पीएमओ ने कहा कि काशी की सांस्कृतिक जीवंतता को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण ने काशी संसद सांस्कृतिक महोत्सव की अवधारणा को जन्म दिया है।
महोत्सव में 17 विषयों में 37,000 से अधिक व्यक्तियों की भागीदारी देखी गई, जिन्होंने गायन, वाद्य वादन, नुक्कड़ नाटक, नृत्य आदि में अपने कौशल का प्रदर्शन किया।
रुद्राक्ष इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम के दौरान मेधावी प्रतिभागियों को अपने सांस्कृतिक कौशल का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। संसद का विशेष सत्र शुक्रवार को समाप्त होने वाला है।