इस साल अगस्त के अंत में ‘गगनयान’ अभियान संचालित किया जाएगा : इसरो अध्यक्ष

खबरे |

खबरे |

इस साल अगस्त के अंत में ‘गगनयान’ अभियान संचालित किया जाएगा : इसरो अध्यक्ष
Published : Jun 22, 2023, 6:37 pm IST
Updated : Jun 22, 2023, 6:37 pm IST
SHARE ARTICLE
file photo
file photo

उन्होंने कहा कि परियोजना के हिस्से के रूप में “कक्षा में मानव रहित मिशन” अगले साल की शुरुआत में होगा।

अहमदाबाद: भारत की पहली मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान ‘गगनयान’ के लिए पहले निरस्त मिशन को इस साल अगस्त के अंत में आयोजित किया जाएगा, जबकि कक्षा में मानव रहित मिशन अगले साल भेजा जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने बृहस्पतिवार को यहां यह जानकारी दी। यहां भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) में एक कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि परीक्षण वाहन श्रीहरिकोटा में तैयार है और चालक दल (क्रू) मॉड्यूल और क्रू ‘एस्केप सिस्टम’ के संयोजन का कार्य भी शुरू हो गया है।

गगनयान के बारे में नवीनतम जानकारी के बारे में पूछे जाने पर सोमनाथ ने संवाददाताओं को बताया, “गगनयान के लिए पहली और सर्वप्रमुख चीज यह है कि निरस्त किए गए मिशन को अंजाम तक पहुंचाया जाए। उसके लिये हमनें परीक्षण वाहन नाम से एक नया रॉकेट बनवाया है जो श्रीहरिकोटा में तैयार है। क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम के संयोजन की अभी तैयार हो रही हैं।”

उन्होंने कहा, “इसलिए मुझे सूचित किया गया है कि इस महीने के अंत में यह पूरी तरह कार्यात्मक परीक्षण, कंपन परीक्षण आदि के लिए तैयार होगा। इसलिए हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगस्त के अंत में हम चालक दल के इस निरस्त मिशन के प्रक्षेपण में सक्षम होंगे। इसके बाद (मिशन को) निरस्त करने की विभिन्न स्थितियों के साथ मिशन को दोहराया जाएगा। इस वर्ष के लिए यह योजना बनाई गई है।”

उन्होंने कहा कि परियोजना के हिस्से के रूप में “कक्षा में मानव रहित मिशन” अगले साल की शुरुआत में होगा।

सोमनाथ ने कहा, “अगले वर्ष की शुरुआत में हमारे पास कक्षा में मानवरहित मिशन होगा। और वहां से इसे सुरक्षित वापस लाया जाना है, जो तीसरा मिशन होगा। फिलहाल हमने ये तीन मिशन निर्धारित किए हैं।” सोमनाथ अंतरिक्ष विभाग के सचिव के तौर पर भी सेवाएं दे रहे हैं।.

इस मिशन की प्रमुख चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर इसरो प्रमुख ने कहा कि गगनयान परियोजना में चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने कहा, “चूंकि मानव मिशन का हिस्सा होंगे, इसलिए चालक दल की सुरक्षा सर्वोपरि हो जाती है। इसके लिए, हम दो और अतिरिक्त चीजें कर रहे हैं, एक को क्रू एस्केप सिस्टम कहा जाता है। इसका मतलब है कि यदि रॉकेट में कोई आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होती है, तो सिस्टम सक्रिय हो जाना चाहिए। दूसरा है एकीकृत वाहन स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली।”

सोमनाथ ने कहा कि ‘क्रू एस्केप’ एक पारंपरिक इंजीनियरिंग समाधान है, जिसमें कंप्यूटर (गड़बड़ी का) पता लगाता है और प्रणोदन प्रणाली को प्रक्षेपण के लिए कहता है ताकि आप (चालक दल) दूर चले जाएं। उन्होंने कहा कि दूसरी प्रणाली अधिक बुद्धिमान है जो बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के सूविज्ञ निर्णय लेती है।

उन्होंने कहा, “आपको ऐसी प्रणालियों को विकसित करने के साथ-साथ परीक्षण करने की भी आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे बिना किसी संदेह के काम करेंगी। इसलिए गगनयान कार्यक्रम में, हम यह जाने बिना अंतिम मिशन में नहीं जाएंगे कि हम इसके लिए कितने तैयार हैं।” भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के अध्यक्ष सोमनाथ परम विक्रम-1000, एक उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग (एचपीसी) सुविधा या एक सुपर कंप्यूटर का उद्घाटन करने के लिए पीआरएल में थे।

Location: India, Gujarat, Ahmedabad

SHARE ARTICLE

ROZANASPOKESMAN

Advertisement

 

'हमारा गांव बिकाऊ है' पोस्टर विवाद बढ़ा, SHO के खिलाफ कार्रवाई

03 Jun 2025 5:49 PM

रोती हुई महिला ने निहंग सिंह पर लगाया आरोप बेअदबी, फिरोजपुर जमीन विवाद निहंग सिंह मामला

03 Jun 2025 5:48 PM

पंजाब किंग्स की जीत! मुंबई इंडियंस को हराकर फाइनल में बनाई जगह, अब RCB से होगी बड़ी टक्कर

02 Jun 2025 6:41 PM

Punjab Kings Vs RCB ! सुनें दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज मोहित शर्मा किसका कर रहे हैं समर्थन

02 Jun 2025 6:39 PM

जेल से बाहर आने के बाद जगदीश भोला का EXCLUSIVE वीडियो

02 Jun 2025 6:37 PM

राजबीर कौर ने बताया कपिल शर्मा और भारती बहुत शरारती हैं, Rajbir kaur Exclusive Interview

02 Jun 2025 6:35 PM