आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए ग्लोबल साउथ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
New Delhi: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को अमेरिका की नौ दिन की यात्रा की शुरुआत की। विदेश मंत्री न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के वार्षिक सत्र में हिस्सा लेंगे साथ ही ग्लोबल साउथ पर एक विशेष कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे।
आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए ग्लोबल साउथ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। यूएनजीए के 78वें सत्र से जुड़े कार्यक्रमों में शिरकत के बाद जयशंकर 27 से 30 सितंबर तक वाशिंगटन में रहेंगे जहां वह अमेरिकी वार्ताकारों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा, ‘‘22 से 26 सितंबर तक न्यूयॉर्क की अपनी यात्रा के दौरान वह संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे।’’ मंत्रालय ने एक बयान में कहा,‘‘ग्लोबल साउथ के लिए भारत के सहयोग को देखते हुए विदेश मंत्री एक विशेष कार्यक्रम ‘इंडिया-यूएन फॉर ग्लरेबल साउथ: डिलेवरिंग फॉर डेव्लेपमेंट’ की मेजबानी करेंगे। जयशंकर न्यूयॉर्क में विभिन्न बहुपक्षीय और द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस और संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस से भी मुलाकात करेंगे।’’ मंत्रालय ने कहा कि 78वें यूएनजीए के उच्च स्तरीय सत्र में जयशंकर का संबोधन 26 सितंबर को पूर्वाह्न में निर्धारित है।
यूएनजीए से जुड़े कार्यक्रमों में शिरकत के बाद वह वाशिंगटन जाएंगे। वाशिंगटन में जयशंकर अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन, अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ सदस्यों, अमेरिका के दिग्गज कारोबारियों और थिंक-टैंक के साथ चर्चा भी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित चौथे विश्व संस्कृति महोत्सव को भी संबोधित करेंगे।