कुलदीप सैनी (26) ने केशव को उस समय पकड़ा जब वह अपने परिजन की हत्या करने के बाद भागने की कोशिश कर रहा था। सैनी ने उसे पुलिस को सौंप दिया।
New Delhi : अपने माता-पिता और दो अन्य रिश्तेदारों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार 25 वर्षीय केशव ने गिरफ्तारी से ठीक पहले अपने चचेरे भाई को जान से मारने की धमकी दी।
कुलदीप सैनी (26) ने केशव को उस समय पकड़ा जब वह अपने परिजन की हत्या करने के बाद भागने की कोशिश कर रहा था। सैनी ने उसे पुलिस को सौंप दिया। सैनी ने कहा कि केशव को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था और ‘‘उसने धमकी दी कि जब मैं जेल से बाहर आऊंगा तब अगला नंबर तुम्हारा होगा।’’
पुलिस ने कहा है कि केशव को मादक द्रव्य की लत है और उसने मंगलवार रात 10 बजे दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के पालम इलाके में अपने घर पर माता-पिता के साथ अपनी बहन और दादी की कथित तौर पर हत्या कर दी।
इमारत की पहली मंजिल पर सैनी रहते हैं और दूसरी मंजिल पर उनके चाचा का परिवार रहता है। सैनी ने कहा, ‘‘रात करीब 10 बजे, मैंने अपनी चचेरी बहन उर्वशी को मेरा नाम पुकारते और मदद के लिए चिल्लाते हुए सुना। जब मैं ऊपर गया तो मैंने देखा कि दरवाजा बाहर से बंद था और भीतर सन्नाटा था।’’
सैनी ने कहा कि उन्होंने दरवाजा खटखटाया और केशव से इसे खोलने के लिए कहा, लेकिन उसने कहा कि ‘‘यह हमारा पारिवारिक मामला है’’ । सैनी के मुताबिक, केशव ने उन्हें चले जाने को कहा। सैनी के अनुसार, बाद में उन्होंने देखा कि केशव स्कूटर से भागने की कोशिश कर रहा था। उन्होने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया।
सैनी ने कहा, ‘‘जब पुलिस उसे ले जा रही थी, तो उसने मुझसे कहा कि वह 10 से 15 साल जेल में रहेगा और जब सजा काट कर बाहर आएगा तो वह मुझे मार डालेगा।’’
सैनी ने कहा कि उन्होंने और उनके माता-पिता ने लोहे की जाली काटकर केशव के घर के मुख्य दरवाजे के बाहर का गेट खोला और अपनी दादी और उर्वशी को एक कमरे में खून से लथपथ और केशव के माता-पिता को शौचालय में मृत पाया।
सैनी ने यह भी कहा कि केशव मादक पदार्थ के लिए पैसे को लेकर अपने परिवार से आए दिन झगड़ा करता था। मंगलवार को भी केशव और उसकी मां के बीच पैसों को लेकर तीखी नोकझोंक हुई थी। सैनी ने कहा कि केशव पूर्व में भी आपराधिक घटनाओं में संलिप्त रहा है।
सैनी ने कहा कि करीब पांच साल पहले केशव बेंगलुरु में काम करता था और कुछ दस्तावेज चुराने के आरोप में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। वह एटीएम लूटपाट मामले में संलिप्त था और करीब डेढ़ साल तिहाड़ जेल में बंद था। सैनी ने कहा, ‘‘मेरी दादी दो दिन पहले दूसरी मंजिल पर स्थानांतरित हो गई थीं और उन्होंने मुझसे कहा था कि वह कुछ महीनों में वापस आ जाएंगी। लेकिन वह भी मारी गईं।’’