पॉलीग्राफी जांच में रक्तचाप, नब्ज और सांस की दर जैसी शारीरिक गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाता है और इन आंकड़ों का इस्तेमाल यह पता लगाने में किया...
New Delhi : श्रद्धा वालकर की हत्या मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला की पॉलीग्राफी जांच का दूसरा सत्र बृहस्पतिवार को रोहिणी में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) में शुरू हुआ।.
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को जांच नहीं हो पायी थी क्योंकि 28 वर्षीय आफताब को बुखार तथा जुकाम था। एफएसएल के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘पुलिस उसे यहां लेकर आयी और पॉलीग्राफी जांच की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।’’
इस जांच में देरी से पूनावाला की नार्को जांच में भी देरी हो गयी है।
पॉलीग्राफी जांच में रक्तचाप, नब्ज और सांस की दर जैसी शारीरिक गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाता है और इन आंकड़ों का इस्तेमाल यह पता लगाने में किया जाता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या नहीं।
वहीं, नार्कों जांच में व्यक्ति की आत्मचेतना को कम कर दिया जाता है ताकि वह खुलकर बोल पाए।
गौरतलब है कि आफताब ने अपनी लिव-इन पार्टनर वालकर (27) की मई में कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी थी तथा उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे और उन्हें करीब तीन सप्ताह तक दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने घर में 300 लीटर के फ्रिज में रखा था और कई दिनों तक उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका था।
आफताब को उसके भावनात्मक, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य का पता लगाने के लिए कई परीक्षणों से गुजरना होगा। यदि प्रारंभिक जांच में उसे ठीक नहीं पाया जाता है तो नार्को विश्लेषण नहीं किया जा सकता है।
आफताब की पॉलीग्राफी जांच का पहला सत्र मंगलवार को रोहिणी के एफएसएल में हुआ था। पॉलीग्राफी जांच को ‘लाई डिटेक्टर’ के नाम भी जाना जाता है।