मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपना पसंदीदा वित्त विभाग अपने पास ही रखा है.
बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने अपने मंत्रिमंडल में मंत्रियों को विभागों का बटवारा कर दिया है। सिद्धारमैया ने वित्त विभाग अपने पास रखा है. वहीं सिंचाई तथा बेंगलुरु शहर विकास विभाग उप मुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार को सौंपा गया है। मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार सहित 10 मंत्रियों ने 20 मई को शपथ ली थी, इसके बाद गत शनिवार को 24 और मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
कर्नाटक सरकार की ओर से देर रात जारी एक अधिसूचना के अनुसार, जी. परमेश्वर को गृह विभाग, एम. बी. पाटिल को बड़े एवं मध्यम उद्योग विभाग और के.जे. जॉर्ज को ऊर्जा विभाग दिया गया है। वित्त विभाग के अलावा मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल मामले, कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग, खुफिया, सूचना, आईटी व बीटी, बुनियादी ढांचा विकास और उन सभी विभागों को अपने पास रखा है,जो अभी तक किसी को आवंटित नहीं किए गए हैं।
शिवकुमार को सिंचाई तथा बेंगलुरु शहर विकास सहित बृहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी), बैंगलोर विकास प्राधिकरण, बैंगलोर जल आपूर्ति तथा सीवरेज बोर्ड, बैंगलोर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण और बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड विभाग मिले हैं।
एच. के. पाटिल को कानून एवं संसदीय मामले, विधान तथा पर्यटन विभाग दिया गया, जबकि के.एच. मुनियप्पा को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों का मंत्री बनाया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक खरगे ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री, शिवानंद पाटिल को कपड़ा तथा गन्ना विकास आदि की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मधु बंगारप्पा प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग संभालेंगे, एम. सी. सुधाकर उच्च शिक्षा विभाग और एन.एस. बोसेराजू को लघु सिंचाई, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग सौंपा गया है। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस को 135 सीट मिलीं, जबकि भाजपा तथा जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमशः 66 और 19 सीट पर जीत हासिल की।