मोदी ने कहा, ‘‘इसी तरह अगले एक साल में 500 आकांक्षी ब्लॉक में से कम से कम 100 प्ररेणादायक ब्लॉक बन जाएंगे।’’
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि 112 जिलों में बदलाव लाने वाला आकांक्षी जिला कार्यक्रम आकांक्षी ब्लॉक के उत्थान के कार्यक्रम का आधार बनेगा और वह इसकी सफलता की समीक्षा करने के लिए अगले साल वापस आएंगे।
आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के क्रियान्वयन से जुड़े ‘संकल्प सप्ताह’ की शुरुआत के मौके पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम ने देश के 112 जिलों में 25 करोड़ से अधिक लोगों की जिंदगी बदल दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आकांक्षी जिले अब ‘‘प्रेरणादायक जिले’’ बन गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आकांक्षी जिला कार्यक्रम ने देश के 112 जिलों में 25 करोड़ से अधिक लोगों की जिंदगी बदल दी है। उनके जीवन की गुणवत्ता में बदलाव आया है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘इसी तरह अगले एक साल में 500 आकांक्षी ब्लॉक में से कम से कम 100 प्ररेणादायक ब्लॉक बन जाएंगे।’’ उन्होंने विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारियों से 100 ब्लॉक का चयन करने और विभिन्न मानकों पर उन्हें राष्ट्रीय औसत से ऊपर लाने का अनुरोध किया। मोदी ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि 2024 में हम अक्टूबर-नवंबर में दोबारा मिलेंगे... और कार्यक्रम की सफलता का मूल्यांकन करेंगे। मैं अगले साल अक्टूबर-नवंबर में आपसे फिर बात करूंगा।’’
इस कार्यक्रम में देश के हर हिस्से से करीब 3,000 पंचायत और ब्लॉक के जन प्रतिनिधियों तथा पदाधिकारियों के अलावा सरकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया। ऐसा बताया गया है कि ब्लॉक और पंचायत स्तर के पदाधिकारियों, किसानों और स्थानीय लोगों समेत करीब दो लाख लोग इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।
भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मोदी ने कहा कि एक महीने पहले विश्व नेताओं की मेजबानी करने वाला और वैश्विक मामलों पर चर्चा का गवाह बनने वाला यह आयोजन स्थल अब देश के दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों की भागीदारी से जमीनी स्तर के मुद्दों पर चर्चा के वास्ते आयोजित कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है। प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र ने 9-10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी।
मोदी ने जमीनी स्तर पर विकास के लिए संसाधनों के अधिकतम उपयोग और जन भागीदारी की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘बहुत कम लोगों को इतने लंबे वक्त तक सरकार चलाने का मौका मिलता है, जैसा कि मुझे मिला है। और मैं अनुभव से यह कहता हूं कि केवल बजट से बदलाव नहीं आता, अगर हम संसाधनों और अभिसारिता का अधिकतम उपयोग करें, तो ब्लॉक के लिए किसी नयी निधि के बिना भी काम किया जा सकता है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि सुशासन की पूर्व शर्त संसाधनों का अधिकतम उपयोग है।.
उन्होंने संसाधनों के समान वितरण पर भी जोर दिया और लक्ष्य को पूरा करने में जन भागीदार बढ़ाने का आह्वान किया।.
मोदी ने तीन आकांक्षी जिलों-बहेड़ी (उत्तर प्रदेश), मनकोट (जम्मू-कश्मीर) और रेसुबेलपाड़ा (मेघालय) के प्रतिनिधियों से बातचीत की।.
प्रधानमंत्री ने सात जनवरी को देशव्यापी आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ब्लॉक स्तर पर शासन और सार्वजनिक सेवाओं में सुधार लाना है। इसे देश के 329 जिलों के 500 आकांक्षी ब्लॉक में लागू किया जा रहा है।.
तीन से नौ अक्टूबर तक चलने वाले ‘संकल्प सप्ताह’ का हर दिन एक विशिष्ट विकास थीम के लिए समर्पित है, जिस पर सभी आकांक्षी ब्लॉक काम करेंगे।.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पहले छह दिन की थीम क्रमशः ‘संपूर्ण स्वास्थ्य’, ‘सुपोषित परिवार’, ‘स्वच्छता’, ‘कृषि’, ‘शिक्षा’ और ‘समृद्धि दिवस’ है। इसके आखिरी दिन नौ अक्टूबर को ‘संकल्प सप्ताह समावेश समारोह’ के रूप में पूरे सप्ताह किए गए काम का जश्न मनाया जाएगा।