लोगों ने फिल्म को देखा तो उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेक पहुंची.
नई दिल्ली: जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर के जीवन पर आधारित फिल्म 'ओपेनहाइमर' 21 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फ़िल्म की रिलीज़ से कई महीनों पहले से, दर्शक अनुमान लगा रहे थे कि निर्देशक क्रिस्टोफर नोलन परमाणु बम बनाने वाले व्यक्ति पर ध्यान केंद्रित करते हुए फ़िल्म बनाएंगे। हालांकि जब हॉल में लोगों ने फिल्म को देखा तो उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेक पहुंची.
फिल्म में एक सीन में रॉबर्ट का किरदार निभाने वाले एक्टर किलियन मर्फी को एक इंटीमेट सीन के दौरान कथित तौर पर भगवद गीता का पाठ करते हुए दिखाया जाएगा. इस बात से अब भारत के लोग काफी नाराज हैं.
फिल्म में गीता का पाठ करते समय रॉबर्ट का किरदार किलियन भगवान विष्णु और कई अन्य हिंदू धार्मिक चीजों का उल्लेख करता है। हालांकि कई लोगों का कहना है कि ये गीता नहीं बल्कि कोई और किताब है.
सोशल मीडिया यूजर्स का मानना है कि यह किताब कुछ और नहीं बल्कि भागवत गीता है। सोशल मीडिया पर फिल्म और इसकी स्टारकास्ट और मेकर्स को ट्रोल किया जाने लगा है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने फिल्म में सेक्स के दौरान भगवद गीता पढ़ने वाले सीन को मूवी से नहीं हटाने के लिए सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) की भी आलोचना की.
Underwhelmed by #Oppenheimer. Prolonged scenes could have been edited a bit. I cringed in the scene where Oppenheimer's naked girlfriend sat on him after sex and asked him to read out a Sanskrit shloka from a book on his shelf. A better scene could possibly have been him sitting… pic.twitter.com/pgr5okyyPI
— Sahana Singh (@singhsahana) July 21, 2023
ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा- मैं 'ओपेनहाइमर' फिल्म के बहिष्कार का अनुरोध करता हूं. मुझे लगता है कि इसमें भगवद गीता से संबंधित एक बेहद आपत्तिजनक दृश्य है।
The studios are now assuming CBFC’s stance and self-censoring, even though in Oppenheimer CBFC didn’t ask for a controversial scene involving the Gita to be cut. They should have taken a chance.
— Abhijeet Mukherjee (@abhijeetmk) July 21, 2023
(Context: the blurred sex scene in Oppenheimer) pic.twitter.com/9QuiQXDApG
एक अन्य यूजर ने लिखा- मैं यहां नहीं बताऊंगा, लेकिन इसमें कुछ साफ है. हिंदू धर्म को सकारात्मक और सटीक तरीके से चित्रित करने के लिए कभी भी हॉलीवुड और पश्चिम पर भरोसा न करें। यूजर ने लिखा- इसे दिखाने की इजाजत देने के लिए सेंसर बोर्ड को शर्म आनी चाहिए.
Oppenheimer is a 3hrs long requires patience to watch especially the second half with testimony scenes . Movie revolves more about the personal life , trauma and accusations of him being a communist and agent of Soviet Union than him making the b1mb and Manhattan Project.… pic.twitter.com/FSKorYV79W
— ????Rohit???? (@rohithverse) July 21, 2023