रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल यह वीडियो एडिटेड पाया है।
आरएसएफसी (टीम मोहाली)- पिछले दिनों Asia Cup के माहौल के दौरान पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह कोहली-कोहली चिल्ला रहे फेन्स को अभद्र इशारा करते देखे जा सकते थे। इस वीडियो पर सोशल मीडिया में बवाल उठा और उसके बाद गौतम गंभीर ने प्रतिक्रिआ देते हुआ बताया कि उन्होंने कोहली के नारे लगा रहे लोगों को नहीं बल्कि देश विरोधी नारे लगा रहे पाकिस्तानी फेन्स को इशारा किया था।
अब इसी बीच गौतम गंभीर का यही वीडियो वायरल हो रहा है और इसमें कोहली-कोहली नहीं बल्कि भारत तेरे टुकड़े होंगे आदि जैसे नारे सुने जा सकते हैं। अब दावा किया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो असली ऑडियो सम्मलित है।
X अकाउंट Gopal Goswami ने वायरल यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "भारत तेरे टुकड़े होंगे वालों को मिडल फिंगर ही नहीं कुछ और भी दिखाना चाहिए।#GautamGambhir"
भारत तेरे टुकड़े होंगे वालों को मिडल फिंगर ही नहीं कुछ और भी दिखाना चाहिए।#GautamGambhir
— Gopal Goswami (@igopalgoswami) September 4, 2023
pic.twitter.com/BHgLbNCSO4
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल यह वीडियो एडिटेड पाया है। देश के विरोध में नारे वाला यह ऑडियो 2016 के एक मामले से उठाया गया है और वायरल वीडियो में इस्तेमाल किया गया है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा। हमने पाया कि इस वीडियो में @xTripti लिखा वॉटरमार्क नज़र आ रहा है।
वायरल वीडियो एडिटेड है
हमने आगे बढते हुए इस अकाउंट को सर्च किया। हमें यह अकाउंट तो नहीं मिला क्योंकि यह अकाउंट डिलीट किया जा चूका था। हमें मीडिया संस्थान Alt News का इस वीडियो को लेकर आर्टिकल मिला जिसमें उन्होंने इस यूज़र द्वारा साझा किए स्पष्टीकरण इस्तेमाल किये थे। xTripti ने अपना यह अकाउंट डिलीट करने से पहले कई जगह रिप्लाई कर साफ़ किया था कि यह वीडियो एडिटेड है और इसका ऑडियो उस ही यूज़र ने किसी खबर से निकालकर वायरल वीडियो में लगाया था।
निचे आप यूज़र के स्पष्टीकरण ट्वीट के स्क्रीनशॉट देख सकते हो।
इस वीडियो में इस्तेमाल किया गया ऑडियो 7 साल पहले JNU में लगे देश विरोधी नारों के एक वीडियो से उठाया गया है। हमें इस नारे से जुडी AajTak की फरवरी 2016 की एक खबर मिली जिसमें हूबहू यह नारे सुने जा सकते हैं।
नतीजा- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल यह वीडियो एडिटेड पाया है। देश के विरोध में नारे वाला यह ऑडियो 2016 के एक मामले से उठाया गया है और वायरल वीडियो में इस्तेमाल किया गया है।