रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया है।
RSFC (Team Mohali) - 'चंद्रयान 3' ने 23 अगस्त 2023 को आखिरकार इतिहास रच ही दिया। चन्द्रमा पर सफल लैंडिंग के बाद पुरे देश ने इस इतिहास के पल की गवाही करते हुए जश्न मनाया। अब सोशल मीडिया पर इसी लैंडिंग से जुड़ा एक वीडियो वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि नासा ने 'चंद्रयान 3' की चन्द्रमा पर लैंडिंग करते समय का वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में चन्द्रमा की सतह पर एक अंतरिक्ष विमान को उतरते हुए देखा जा सकता है।
पत्रकार Shobhna Yadav ने वायरल वीडियो साझा करते हुए लिखा, "#Chandrayaan3Landing #NASA नासा के द्वारा जारी चन्द्रयान की लैंडिंग"
#Chandrayaan3Landing #NASA नासा के द्वारा जारी चन्द्रयान की लैंडिंग pic.twitter.com/AJ1Od480Tu
— Shobhna Yadav (@ShobhnaYadava) August 24, 2023
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल यह वीडियो एक एनिमेटिड चलचित्र है न कि नासा द्वारा जारी चन्द्रयान की लैंडिंग। यह असल में अमरीकी अंतरिक्ष विमान Apollo 11 की चन्द्रमा पर लैंडिंग का बनाया गया एक एनिमेटिड वीडियो है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उनपर रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह वीडियो Youtube पर "Hazegrayart" नामक अकाउंट पर अपलोड मिला। वायरल क्लिप को Shorts के रूप में 20 जुलाई 2023 को साझा करते हुए लिखा, "Apollo 11 Moon Landing"
इस अकाउंट को स्कैन करने पर हमें इस वायरल क्लिप का पूरा वीडियो भी और साथ ही हमने पाया कि यह अकाउंट अंतरिक्ष से जुड़े एनिमेटिड वीडियो साझा करता है। इस क्लिप का पूरा वीडियो अकाउंट ने जून 2021 को साझा किया था और लिखा था, "The Apollo 11 Moon Landing: A Historic Moment in Space Exploration"
बता दें कि अपोलो 11 अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक महत्वपूर्ण मिशन था जिसका मुख्य उद्देश्य मानवीय यात्रा के इतिहास में पहली बार चंद्रमा पर पहुंचना था। यह मिशन 1969 में अमेरिकी अंतरिक्ष यान के साथ पूरा हुआ था। अपोलो 11 में शामिल तीन अंतरिक्ष यात्री थे – नील आर्मस्ट्रांग, बज अल्ड्रिन और माइकल कोलिंस। उन्होंने 16 जुलाई 1969 को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित केनेडी स्पेस सेंटर से अपनी यात्रा की शुरुआत की। 'अपोलो 11' में उपग्रह और चंद्रमा के लिए यान का उपयोग किया गया था। 20 जुलाई 1969 को 'अपोलो 11' का उपग्रह चंद्रमा के करीब 100 किलोमीटर के फासले पर पहुंचा और फिर यान में बैठे आर्मस्ट्रांग और अल्ड्रिन ने चंद्रमा के सतह पर कदम रखा था।"
आगे सर्च करने पर हमें Nasa के Youtube अकाउंट पर अपोलो 11 के लैंडिंग समय का वीडियो मिला। हमने इस वीडियो को देखने पर पाया कि Hazegrayart क्लिप में इस्तेमाल किया ऑडियो नासा के इस वीडियो से लिया गया है। नासा ने 27 जुलाई 2019 को यह वीडियो साझा करते हुए लिखा था, "Apollo 11: Landing on the Moon"
मतलब साफ़ था कि वायरल हो रहा क्लिप अपोलो 11 की लैंडिंग के समय का एनिमिटेड वीडियो है जिसे अब चंद्रयान 3 से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
बता दें हमने वायरल क्लिप को लेकर Hazegrayart की टीम को Email के जरिए सम्पर्क करने की कोशिश की है। उनका जवाब आते ही इस आर्टिकल को अपडेट किया जाएगा।
निष्कर्ष: रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को भ्रामक पाया है। वायरल यह वीडियो एक एनिमेटिड चलचित्र है न कि नासा द्वारा जारी चन्द्रयान की लैंडिंग। यह असल में अमरीकी अंतरिक्ष विमान Apollo 11 की चन्द्रमा पर लैंडिंग का बनाया गया एक एनिमेटिड वीडियो है।