यह वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि 2018 का यूपी के बागपत का है ...
आरएसएफसी (टीम मोहाली)- सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ लड़कियों को एक लड़के की बेहरहमी से पिटाई करते देखा जा सकता है। इस वीडियो को साम्प्रदायिक कोण दे वायरल कर दावा किया जा रहा कि विशेष समुदाय से नाता रखने वाले एक लड़के ने जब हिन्दू लड़कियों को छेड़ा तो उन लड़कियों ने लड़के को जमकर पीट दिया।
X अकाउंट Chandan Mishra ने वायरल वीडियो साझा करते हुए लिखा, "कहां से है वीडियो पता नहीं, लेकिन यह देखकर बहुत अच्छा लगा। हिंदू बेटियों ने लव जिहादियों को सबक सिखाना शुरू कर दिया है। जागो। ???????? जय श्री राम "
कहां से है वीडियो पता नहीं, लेकिन यह देखकर बहुत अच्छा लगा ।
— Chandan Mishra (@IamChandanCM) November 24, 2023
हिंदू बेटियों ने लव जिहादियों को सबक सिखाना शुरू कर दिया है।
जागो। ???????? जय श्री राम ???????????? pic.twitter.com/QQ6u18OrPQ
इस वीडियो को समान दावे के साथ ढेरों यूज़र्स वायरल कर रहे हैं। इन्हीं कुछ पोस्ट को नीचे क्लिक कर देखा जा सकता है।
वीडियो कहां से है पता नहीं, लेकिन यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि "हिंदू बेटियों" ने लव जिहादियों को सबक सिखाना शुरू कर दिया है... pic.twitter.com/yemY2XzwA8
— Abhishek Kumar Kushwaha (@TheAbhishek_IND) November 24, 2023
वीडियो कहां से है पता नहीं, लेकिन यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि "हिंदू बेटियों" ने लव जिहादियों को सबक सिखाना शुरू कर दिया है... pic.twitter.com/R7mv0NRkL9
— Lalita Thakur (@Lalitathakurbjp) November 24, 2023
रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया है। यह वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि 2018 का यूपी के बागपत का है जब धर्म सिंह सरस्वती बालिका इंटर कॉलेज की लड़कियों ने कपिल चौहान नामक मनचले की पिटाई कर दी थी। इस मामले में कोई साम्प्रदायिक कोण नहीं है।
स्पोक्समैन की पड़ताल
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा और कीवर्ड सर्च के जरिए मामले को लेकर खबरें ढूंढनी शुरू की।
वायरल दावा फर्जी है
हमें इस मामले को लेकर नवभारत टाइम्स द्वारा 10 दिसंबर 2018 की एक रिपोर्ट मिली। इस मामले पर रिपोर्ट प्रकाशित करते हुए खबर का टाइटल दिया गया, "देखें: ...जब मर्दानी बनीं छात्राएं, स्कूल परिसर में मनचले को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा"
NBT Report
खबर के अनुसार, "यूपी के बागपत जिले में स्कूल जाते समय लगातार छेड़खानी की घटना से आजिज आकर छात्राएं मर्दानी बन गईं और उन्होंने स्कूल परिसर में ही एक मनचले को दौड़ा-दौड़ाकर डंडे से जमकर पीटा। घटना बागपत जिले के धरम सिंह इंटर कॉलेज की है। मनचले की पिटाई का यह विडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। इस पूरी कार्रवाई में छात्राओं को उनकी टीचर का भी साथ मिला। विडियो में साफ नजर आ रहा है कि तीन लड़कियों ने अपने चेहरे को ढंक रखा है और उनके साथ उनकी टीचर भी हैं। इन लड़कियों ने पूरी योजना के साथ मनचले की डंडे से पिटाई की। उन्होंने पिटाई करने से पहले स्कूल के गेट को बंद कर दिया था। उन्होंने छेड़खानी करने वाले को जमकर पीटा। अंतत: जान बचाने के लिए मनचला स्कूल की छत से कूद कर भाग गया।"
खबर में आगे बागपत के एसपी शैलेश कुमार पांडे का बयान शामिल किया गया। शैलेश ने इस संबंध में कहा, "'हमने पूछताछ के लिए उस आदमी को हिरासत में ले लिया है। रविवार होने की वजह से हम उससे पूछताछ पूरी नहीं कर सके हैं। स्कूल बंद था और लड़कियां या उनके टीचर आए नहीं थे। इसलिए हम उनसे संपर्क नहीं कर सके हैं।' उन्होंने कहा कि वह औपचारिक शिकायत का इंतजार कर रहे हैं और शिकायत दर्ज कराने पर आरोपी लड़के को अरेस्ट किया जाएगा।"
यहां तक मौजूद जानकारी से यह तो साफ़ हुआ कि मामले यूपी के बागपत का है और 2018 का है। अब हमने आगे बढ़ते हुए आरोपी को लेकर जानकारी ढूंढनी शुरू की।
"वायरल वीडियो दिख रहा शख्स विशेष समुदाय से संबंधित नहीं है"
हमें इस मामले को लेकर The Quint की रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया कि पिटाई खा रहे शख्स का नाम कपिल चौहान है। इस खबर में SHO संजीव कुमार का वीडियो बयान शामिल किया गया जिसमें बताया गया कि आरोपी का नाम कपिल चौहान है।
मतलब साफ़ है कि यूपी के पुराने मामले को साम्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
निष्कर्ष- रोज़ाना स्पोक्समैन ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को फर्जी पाया है। यह वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि 2018 का यूपी के बागपत का है जब धर्म सिंह सरस्वती बालिका इंटर कॉलेज की लड़कियों ने कपिल चौहान नामक मनचले की पिटाई कर दी थी। इस मामले में कोई साम्प्रदायिक कोण नहीं है।