दीपक चोट के कारण भारतीय टीम से बाहर हुए और आगामी विश्व कप तथा एशियाई खेलों की टीम में उन्हें जगह नहीं मिली है।
भारतीय टीम के स्विंग गेंदबाज दीपक चाहर चोट से उबर कर पूरी तरह से फिट हैं और राष्ट्रीय टीम में बुलावे का इंतजार कर रहे हैं। दीपक ने मंगलवार को दिल्ली में अपने नए ब्रांड ‘डीनाइन’ के लॉन्च के मौके पर कहा कि हर क्रिकेटर की तरह उनका सपना भी भारत के लिए विश्व कप जीतना है।
भारत के लिए 37 मैच (13 एकदिवसीय और 24 टी20 अंतरराष्ट्रीय) खेल चुके इस खिलाड़ी ने ‘भाषा’ को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मैं पूरी तरह से फिट हूं और राष्ट्रीय टीम में वापसी के लिए कोशिश कर रहा हूं । मैंने हाल ही आरपीएल (राजस्थान प्रीमियर लीग) टूर्नामेंट खेला है। रविवार तक मैं राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में था। भारतीय टीम एशियाई खेलों के लिए चीन जा रही है, मैं उनके साथ अभ्यास कर रहा था।’’
अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान ज्यादातर समय तक चोट के कारण टीम से बाहर रहने वाले दीपक का मानना खिलाड़ी को निराश होने की जगह ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिये।
भारत के लिए दिसंबर 2022 में अपना पिछला मैच खेलने वाले 31 साल के इस गेंदबाज ने कहा, ‘‘ एक खिलाड़ी के लिए निराश होना अच्छा नहीं होता। जो चीज आपके हाथ में नहीं है उसे आप नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। मेरे हाथ में फिट रहना और टीम के लिए उपलब्ध रहना है। मैं उस मामले में तैयार हूं और जब भी मौका मिलेगा टीम के लिए शत प्रतिशत दूंगा।’’
दीपक चोट के कारण भारतीय टीम से बाहर हुए और आगामी विश्व कप तथा एशियाई खेलों की टीम में उन्हें जगह नहीं मिली है।
उन्होंने कहा, ‘‘ चोट के कारण मेरा करियर काफी प्रभावित हुआ है। खिलाड़ियों का चोटिल होना उनकी शरीर के प्रकार पर भी निर्भर करता है। कुछ लोग कम चोटिल होते हैं लेकिन मैं अपनी तरफ से सब कुछ करने के बाद भी ज्यादा चोटिल होता हूं। मैं खान-पान, अभ्यास और प्रशिक्षण पर पूरा ध्यान देता हूं ।’’
उन्होंने कहा,‘‘ मेरे मामले में यह भी कह सकते है कि मेरा समय खराब चल रहा था। पिछले साल मेरे पीठ में चोट लगी और तेज गेंदबाज के लिए यह काफी खतरनाक होता है लेकिन अब मैं पूरी तरह से फिट हूं। मैं इस समय अपनी गेंदबाजी से काफी खुश हूं। ’’
गेंदबाजी के साथ निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए जाने-जाने वाले दीपक लंबे समय से इंडियन प्रीमियर लीग में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम चेन्नई सुपर किंग्स के सदस्य है। वह धोनी के चहेते खिलाड़ियों में से एक हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं काफी किस्मत वाला हूं कि माही भाई के साथ इतना समय बिताने का मौका मिला। मैं पिछले कई वर्षों से उनके साथ खेल रहा हूं। मैं उनको बड़ा भाई मानता हूं और उन्हें अपना आदर्श खिलाड़ी मानता हूं। वह मुझे छोटा भाई मानते हैं। एक खिलाड़ी और इंसान के तौर पर उनकी काफी इज्जत करता हूं। उनसे काफी कुछ सीखा है।’’
भारत के लिए एकदिवसीय में 13 और टी20 अंतरराष्ट्रीय में 29 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज ने कहा ने कहा कि वह आम तौर पर अपने पहले टूर्नामेंट में खिताब जीतते हैं और आने वाले समय में अगर किसी विश्व कप में भारतीय टीम के लिए चुने जाते हैं तो उन्हें फिर से किस्मत का साथ मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा,‘‘ हार क्रिकेट खिलाड़ी का सपना होता है विश्व कप खेलना और भारत के लिए इसे जीतना। जब भी मुझे मौका मिलेगा मैं इसे पूरा करने की कोशिश करूंगा। मेरा साथ यह कई बार हुआ है कि जब मैंने किसी टूर्नामेंट में पहली बार भाग लिया तो टीम चैंपियन बनी है। 2018 में भारतीय टीम ने एशिया कप का खिताब जीता था तब मैं टीम में था। आईपीएल में छह सत्र में पांच फाइनल खेल चुका हूं और तीन बार चैम्पियन बना हूं। आरपीएल के पहले सत्र में मेरी टीम जीती थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अभी तक विश्व कप नहीं खेला हूं और जब भी विश्व कप खेलूं तो टीम की जीत में मेरा योगदान हो । जब भी मौका मिलेगा अपना सब कुछ झोक दूंगा। देश के लिए विश्व कप जीतना हर खिलाड़ी का सपना होता है।’’
उन्होंने कहा कि क्रिकेट में गेंदबाज को चोटिल होने से बचाने में जूतों का काफी अहम योगदान होता है उन्होंने खेल पोशाक की अपनी कंपनी शुरू की है जिसमें कम कीमत में आरामदायक जूतों को तैयार करने पर ध्यान दिया जा रहा है। इन जूतों को तैयार करने में महेंद्र सिंह धोनी और कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का सुझाव भी लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ गेंदबाजों के जूते काफी महंगे होते है इसलिए मैंने कम कीमत में ऐसे जूते तैयार किये हैं तो आरामदायक हो और चोटिल होने से बचायें। इन जूतों को आईपीएल के दौरान धोनी ने भी आजमाया है और इसमें उनके सुझाव को भी ध्यान रखा गया है।’’