भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्वत: जगह बनाने के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को 3-0 या 3-1 से हराना होगा।
इंदौर : भारत लगातार दूसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने की राह पर है और अगर टीम बुधवार से यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट में जीत हासिल करती है तो जून में लंदन में होने वाले फाइनल मुकाबले की तैयारी के लिए अहमदाबाद में श्रृंखला के अंतिम मैच में तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिच को तैयार किया जा सकता है।
भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्वत: जगह बनाने के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को 3-0 या 3-1 से हराना होगा। टीम दो मैचों के बाद 2-0 से आगे है।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा तीसरे टेस्ट से पहले अति आत्मविश्वास नहीं दिखाना चाहते लेकिन उन्होंने बताया कि टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट में इंग्लैंड की परिस्थितियों की तरह माहौल में खेलने को लेकर चर्चा की है।
इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का सामना कर सकता है।
रोहित ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘ यह वास्तव में दोनों टीमों के लिए एक अलग माहौल (इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया का सामना करना) होगा। निश्चित रूप से इसकी संभावना है (अहमदाबाद डब्ल्यूटीसी फाइनल की तैयारी)। हम पहले ही इसके बारे में बात कर चुके हैं। हमारे खिलाड़ियों को उन परिस्थितियों के लिए तैयार रहने की जरूरत है।’’
डब्ल्यूटीसी का फाइनल आईपीएल के ठीक बाद सात से 11 जून तक लंदन के द ओवल में खेला जाएगा। रोहित शर्मा ने कहा कि शारदुल ठाकुर विदेशी परिस्थितियों में टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य बन जाते हैं।उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसी परिस्थितियों में शारदुल ठाकुर महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। वह हमारी योजना का हिस्सा है। हम नहीं जानते कि वह कितना तैयार है क्योंकि (हंसते हुए) उसने अभी-अभी उसने शादी की है। हमें नहीं पता कि उसने कितने ओवर फेंके हैं। लेकिन वह निश्चित रूप से हमारी योजना में शामिल है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमें यहां (इंदौर) मन माफिक परिणाम मिला तो हम निश्चित रूप से अहमदाबाद में कुछ अलग करने के बारे में सोच सकते हैं। लेकिन हम अभी तक वहाँ नहीं पहुंचे हैं। हम इस मैच को जीतने के बाद ही आगे का सोच सकते है।’’
भारत अपने घर में लगातार 16वीं श्रृंखला जीतने की राह पर है। रोहित को लगता है कि डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंचना उनकी टीम के लिए बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि अब घरेलू परिस्थियों में भी जीत दर्ज करना आसान नहीं रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हां, घरेलू परिस्थितियां हैं लेकिन वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियां हैं, बल्लेबाजों के लिए लगातार रन बनाना आसान नहीं होता।' ऑस्ट्रेलिया की टीम दोनों टेस्ट मैचों की दूसरी पारी में लड़खड़ा गयी और रोहित ने कहा कि इससे पता चलता है कि भारतीय परिस्थितियों में खेलना कितना कठिन है।
उन्होंने कहा, ‘‘हाँ यह इस खेल की सुंदरता है और जिन पिचों पर हम खेल रहे हैं। यह हमारे साथ भी हो सकता है, सिर्फ उनके साथ ही नहीं। मैंने नागपुर में 200 गेंदें खेली और कभी भी ऐसा नहीं लगा कि मैं सहज हूं। किसी भी गेंद ने अगर कम उछाल लिया तो आप आउट हो सकते है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हां, हमारे पास शानदार स्पिनर हैं जो चीजों को उसी तरह बदल सकते हैं लेकिन यह हमें गारंटी नहीं देता है कि हम टेस्ट जीतने जा रहे हैं या उन्हें एक सत्र में ऑल आउट कर रहे हैं। हमें अनुशासन बनाए रखना है।’’.
मौजूदा श्रृंखला में एकमात्र शतक बनाने वाले रोहित को शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों से अधिक रन की उम्मीद कर रहे है।.
उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले मैच में 139 रन पर सात विकेट गिरने के बाद 260 रन बनाना एक शानदार प्रयास था। इस टीम में अक्षर, जडेजा और अश्विन निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हैं, लेकिन अक्षर जब घरेलू क्रिकेट खेलते हैं तो वह पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं। वे सभी शानदार बल्लेबाज हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि शीर्ष या निचले क्रम से रन आते हैं, टीम के लिए अंतिम परिणाम मायने रखता है। हम इस चरण में हैं कि हम अपनी बल्लेबाजी में वह गहराई पैदा कर सकते हैं।’’.
उन्होंने कहा, ‘‘ हां, शीर्ष क्रम से उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बने हैं, लेकिन वहां जिस तरह की गुणवत्ता हैं वह हमारे लिए मायने रखता है।’’.