नेचर में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वच्छ भारत मिशन शुरू होने के साथ शौचालयों के निर्माण में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
PM Modi News In Hindi: स्वच्छ भारत मिशन की सफलता रेखांकित करते हुए एक अध्ययन में कहा गया है कि इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ने पूरे देश में नवजात और पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इससे हर साल 60 हजार से 70 हजार शिशुओं और बच्चों का जीवन बचाने में कामयाबी मिली है। ब्रिटेन की साप्ताहिक पत्रिका नेचर में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कार्यक्रम को लोगों के स्वास्थ्य के लिए बाजी पलटने वाला बताया है। गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर, 2014 को शुरू किए गए इस अभियान को अगले माह 10 वर्ष पूरे होने वाले हैं।
पीएम ने अध्ययन का हवाला देते हुए एक्स पर लिखा कि स्वच्छता के इस कार्यक्रम ने बाल और मातृ मृत्यु दर में कमी लाने में उल्लेखनीय योगदान दिया है। साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था और घर-घर शौचालय निर्माण ने देश में जन स्वास्थ्य का कायाकल्प किया है। पीएम ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की कि शोध के जरिये स्वच्छ भारत मिशन जैसे कार्यक्रम का प्रभाव दुनिया के सामने आया है। भारत ने इस मामले में विश्व के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है।
नेचर में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वच्छ भारत मिशन शुरू होने के साथ शौचालयों के निर्माण में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। इस मिशन पर काम शुरू होने के बाद से पहले के वर्षों की तुलना में बाल मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी हुई है। रिपोर्ट में स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित शौचालय तक पहुंच में वृद्धि और पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु में गिरावट के बीच संबंध की जांच की गई है।
इस अध्ययन में एक दशक (2011-2020) के दौरान 35 भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 640 जिलों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया, जिसमें प्रति हजार जन्म पर नवजात मृत्यु दर और पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इसमें कहा गया है कि ऐतिहासिक रूप से भारत में शौचालय तक पहुंच और बच्चों की मृत्यु दर में विपरीत संबंध रहा है।
2014 में स्वच्छ भारत मिशन लागू होने के बाद पूरे देश में शौचालयों के निर्माण में काफी अधिक बढ़ोतरी हुई है। किसी जिले में शौचालय कवरेज में 30 प्रतिशत या उससे अधिक की वृद्धि से बच्चों की मृत्यु में पर्याप्त कमी आई है। शौचालयों की संख्या बढ़ाने से अनुमानतः 60 हजार से 70 हजार बच्चे बचाए गए। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों तक पहुंच बढ़ने से रोगाणुओं से होने वाले दस्त और कुपोषण की घटनाओं में कमी आई है, जो भारत में बाल मृत्यु दर का प्रमुख कारण है।
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