आपदा प्रबंधन के अनुसार रविवार रात 8 बजे तक सूरत और चूड़ा तहसील में तकरीबन 4 इंच बारिश दर्ज की गई.
Gujarat Rains: गुजरात के विभिन्न हिस्सों में हुई बेमौसम बारिश लोगों पर कहर बनकर बरसी है. दरहसल, बारिश के दौरान बिजली गिरने से 20 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 10 से ज्यादा लोग घायल हुए है साथ ही 40 पशुओं की भी मौत हुई है. मिली जानकारी के अनुसार कई इलाकों में ओले भी गिरे है और बारिश का कारण तापमान में भी गिरावट आई है.
आपदा प्रबंधन के अनुसार रविवार रात 8 बजे तक सूरत और चूड़ा तहसील में तकरीबन 4 इंच बारिश दर्ज की गई. ओले गिरने से फसलें भी तबाह हुई है और बिजली गिरने से 20 लोगों की मौत हुई है. राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) अधिकारी ने बताया कि दाहोद जिले में चार, भरूच में तीन, तापी में दो और अहमदाबाद, अमरेली, बनासकांठा, बोटाद, खेड़ा, मेहसाणा, पंचमहल, साबरकांठा, सूरत, सुरेंद्रनगर और देवभूमि द्वारका में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि सोमवार को बारिश कम होने की संभावना है। एसईओसी द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, गुजरात की 252 तालुका में से 234 में रविवार को बारिश हुई। सूरत, सुरेंद्रनगर, खेड़ा, तापी, भरूच और अमरेली जिलों में 16 घंटे में 50-117 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और फसल को नुकसान हुआ। राजकोट के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि हुई। मिला जानकारी के अनुसार बारिश से फसलों के नुकसान के अलावा सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी जिले में फैक्टरियां बंद किए जाने से सिरेमिक उद्योग भी प्रभावित हुआ।
गृह मंत्री अमित शाह ने जताया शोक
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को गुजरात के विभिन्न शहरों में खराब मौसम और बिजली गिरने से लोगों की मौत होने पर शोक व्यक्त किया और कहा कि स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा है।
शाह ने रविवार रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘गुजरात के विभिन्न शहरों में खराब मौसम और बिजली गिरने से कई लोगों की मौत होने की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस त्रासदी में अपने प्रियजन को खोने वाले लोगों को जो अपूरणीय क्षति हुई, उसके लिए मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’
आईएमडी के अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि सोमवार को बारिश कम होगी और दक्षिण गुजरात एवं सौराष्ट्र जिलों के कुछ हिस्सों में केंद्रित रहेगी।