फ्रांस के हालात पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फ्रांस भेजने की मांग हो रही है.
पेरिस: फ्रांस में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. 17 साल के लड़के की हत्या के बाद शुरू हुआ विरोध अब 'बदले की आग' के रूप में पूरे देश में फैल गया है. दंगे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने में नाकाम दिख रहे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की पुलिस और जनता दोनों आलोचना कर रहे हैं.
इस बीच फ्रांस के हालात पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फ्रांस भेजने की मांग हो रही है. दरअसल, जर्मन डॉक्टर और प्रोफेसर एन. जॉन कैम फ्रांस के हालात पर लगातार ट्वीट कर रहे हैं.
शुक्रवार को उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, "भारत को फ्रांस में दंगों की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को वहां भेजा जाना चाहिएकहा गया है. वह 24 घंटे के भीतर इसे रोक सकते हैं।' प्रोफेसर एन. जॉन लंदन यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं और कार्डियोलॉजी की दुनिया में एक जाना-माना नाम हैं। वह यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
Whenever extremism fuels riots, chaos engulfs and law & order situation arises in any part of the globe, the World seeks solace and yearns for the transformative "Yogi Model" of Law & Order established by Maharaj Ji in Uttar Pradesh. https://t.co/xyFxd1YBpi
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) July 1, 2023
योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की ओर से दी गई प्रतिक्रिया
इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने लिखा- जब भी विश्व के किसी भी हिस्से में उग्रवाद दंगे भड़काता है, अराजकता फैलती है और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होती है, तो दुनिया शांति की मांग करती है और उत्तर प्रदेश में महाराज जी द्वारा स्थापित कानून एवं व्यवस्था के परिवर्तनकारी "योगी मॉडल" के लिए तरसती है।
प्रो कैम ने मुख्यमंत्री योगी के बुलडोजर ऑपरेशन की भी सराहना की और कहा कि दंगाइयों से निपटने के लिए इससे बेहतर प्रयास नहीं हो सकता था. प्रो जॉन के ट्वीट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. इस ट्वीट पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा है कि योगी मॉडल की तारीफ विदेशों में भी हो रही है. यूपी की कानून-व्यवस्था पर अंतरराष्ट्रीय मुहर लगी है।