उप्र : ‘व्यक्तित्व बनाम विकास के वादों' की लड़ाई बना रामपुर विधानसभा उपचुनाव

खबरे |

खबरे |

उप्र : ‘व्यक्तित्व बनाम विकास के वादों' की लड़ाई बना रामपुर विधानसभा उपचुनाव
Published : Dec 2, 2022, 12:51 pm IST
Updated : Dec 2, 2022, 12:51 pm IST
SHARE ARTICLE
UP: Rampur assembly by-election became a battle of 'personality vs development promises'
UP: Rampur assembly by-election became a battle of 'personality vs development promises'

रामपुर के आम लोगों से बात करने पर पता चलता है कि इस बार चुनाव में विकास एक प्रमुख मुद्दा है। भाजपा भी विकास को आजम खान की काट के तौर पर इस्तेमाल ....

रामपुर (उत्तर प्रदेश) :  उत्तर प्रदेश के रामपुर विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव 'व्यक्तित्व बनाम विकास के वादों' की लड़ाई का बन गया है। इस उपचुनाव में आजम खान की प्रतिष्ठा पहले से कहीं ज्यादा दांव पर लगी है क्योंकि बदले हालात में यह उपचुनाव उनकी राजनीतिक साख के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।

रामपुर के बेहद प्रभावशाली नेता माने जाने वाले आजम लगभग 45 साल के बाद पहली बार किसी चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर खड़े नहीं हैं, लेकिन अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराना उनके लिए सबसे बड़ी परीक्षा है। उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के रूप में उनके विश्वासपात्र आसिम राजा भले ही मैदान में हों लेकिन असल चुनाव आजम खान की प्रतिष्ठा का ही है।

रामपुर के आम लोगों से बात करने पर पता चलता है कि इस बार चुनाव में विकास एक प्रमुख मुद्दा है। भाजपा भी विकास को आजम खान की काट के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। दूसरी ओर आजम का व्यक्तित्व कहीं-कहीं मुद्दों पर भारी नजर आता है।

आजम समर्थकों का गढ़ माने जाने वाले बाजौरी टोला के रहने वाले अच्छन खां का कहना है "इस बार चुनाव में विकास ही मुख्य मुद्दा है। हम 40 साल से आजम के साथ हैं, लेकिन हमारे हाथ खाली हैं। भाजपा ने हमें प्रधानमंत्री आवास दिया। हम किसान हैं, हमें किसान सम्मान निधि मिल रही है। यह सब खान ने नहीं दिलाया। इस बार हम भाजपा के साथ हैं।"

सिविल लाइंस क्षेत्र के रहने वाले बीएड के छात्र मोहम्मद नवाज का कहना है कि भलाई इसी में है कि जिस तरफ हवा चले उसी तरफ पर चलो। भाजपा रामपुर के विकास का मुद्दा उठा रही है। रामपुर को विकास ही चाहिए।.

उन्होंने कहा कि नौजवानों को रोजगार की जरूरत है और रामपुर में इसकी खासी किल्लत है। यही वजह है कि यहां के बहुत से युवाओं को बाहर जाकर रोजगार तलाशना पड़ता है।.

ई-रिक्शा चालक शन्नू खां कहते हैं "आजम ने हमें रोजी रोटी दी है और इज्जत से जिंदगी जीने का मौका दिया है, इसलिए हम उनका साथ कभी नहीं छोड़ सकते। चाहे कोई कितना ही बहलाये-फुसलाये मगर हमारा इरादा नहीं बदलने वाला।"

चुनावी माहौल का जायजा लेने निकले तो इसमें लड़ाई आसिम राजा बनाम आकाश सक्सेना नहीं बल्कि आजम खान बनाम भाजपा नजर आती है। खास बात यह है कि भाजपा सपा प्रत्याशी आसिम राजा के बजाय आजम खान को ही निशाना बना रही है। इस वजह से लड़ाई पूरी तरह से उन पर ही केंद्रित हो गई है।

रामपुर से 10 बार विधानसभा और एक बार लोकसभा पहुंचे आजम खां को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान नफरत भरा भाषण देने के मामले में रामपुर की एक अदालत ने इसी महीने तीन साल की सजा सुनाई। इसके बाद आजम की विधानसभा सदस्यता खत्म कर दी गई और उनका वोट देने का अधिकार भी वापस ले लिया गया है ।

अब वह छह साल तक चुनाव नहीं लड़ सकेंगे, लिहाजा वह जानते हैं कि रामपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को हराना ही सबसे माकूल जवाब होगा। ऐसे हालात में आजम भले ही चुनाव मैदान में उम्मीदवार के तौर पर मौजूद ना हों लेकिन इसके बावजूद एक तरह से उनका सब कुछ दांव पर लगा हुआ है।

 

Location: India, Uttar Pradesh, Rampur

SHARE ARTICLE

ROZANASPOKESMAN

Advertisement

 

Congress ਦੇਵੇਗੀ Farmers ਨੂੰ Delhi ਜਾਣ ਨੂੰ ਰਾਹ, Punjab ਦੇ MP Dr. Amar Singh ਕਰ ਗਏ ਐਲਾਨ!

28 Sep 2024 5:58 PM

ਪ੍ਰਧਾਨਗੀ ਲਈ PU ਚੋਣਾਂ 'ਚ ਪਾਰਟੀਆਂ ਦੇ ਫਸੇ ਸਿੰਙ, ਸ਼ੁਰੂ ਹੋ ਗਿਆ ਜ਼ੋਰਦਾਰ ਪ੍ਰਚਾਰ ਤੇ ਠੋਕ ਕੇ ਬੋਲਦੇ ਮੁੰਡੇ!

31 Aug 2024 4:52 PM

ਕੀ ਹੈ HPV ਵਾਇਰਸ ਅਤੇ ਕਿਹੜੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਇਸ ਦਾ ਜ਼ਿਆਦਾ ਖ਼ਤਰਾ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ?

31 Aug 2024 4:48 PM

'ਦਸਤਾਰ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਮੈਂ ਅਧੂਰਾ ਹਾਂ', ਦੇਖੋ Yograj ਨੇ ਜ਼ਿੰਦਗੀ 'ਚ ਕਿਹੜਾ ਕੀਤਾ ਸੀ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਗੁਨਾਹ

31 Aug 2024 4:46 PM

'ਦਸਤਾਰ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਮੈਂ ਅਧੂਰਾ ਹਾਂ', ਦੇਖੋ Yograj ਨੇ ਜ਼ਿੰਦਗੀ 'ਚ ਕਿਹੜਾ ਕੀਤਾ ਸੀ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਗੁਨਾਹ

31 Aug 2024 4:44 PM

ਦੇਖੋ Dhanveer ਅੱਜ ਵੀ ਜਦੋ Lucky ਅਤੇ Navdeep ਨੂੰ ਦੇਖਦੇ ਨੇ ਤਾਂ ਕਿਹੜੀ ਪੁਰਾਣੀ Memory ਅਉਂਦੀ ਹੈ ਯਾਦ

31 Aug 2024 4:41 PM