पुलिस के अनुसार मामले में पांच और लोगों की गिरफ्तारी की गई है जिन्हें मिलाकर अबतक मामले में आठ लोग पकड़े गए हैं।
कानपुर (उप्र) : कानपुर देहात जिले के शाहजहांपुर निनायन गांव में एक भूखंड पर वाहन पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद दो भाइयों की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में शनिवार को एक निरीक्षक, दो उप निरीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार मामले में पांच और लोगों की गिरफ्तारी की गई है जिन्हें मिलाकर अबतक मामले में आठ लोग पकड़े गए हैं। कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बी.बी.जी.टी.एस. मूर्ति ने बताया कि थाना प्रभारी गजनेर और चौकी प्रभारी सहित आठ पुलिसकर्मियों को अपने कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
एसपी ने बताया कि एक जांच में पुष्टि हुई कि पुलिस ने आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, जबकि लगभग पांच दिन पहले मामला उनके संज्ञान में आया था। उन्होंने बताया कि इस आधार पर आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की कार्रवाई की गई,
एसपी ने बताया कि गजनेर थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) संजेश कुमार, उप-निरीक्षक कौशल कुमार और बिशुन लाल, मुख्य आरक्षी अमर सिंह, रवींद्र सिंह, कमल सोनकर, आरक्षी बृजेंद्र पाल और नरेश प्रजापति को निलंबित किया गया है।.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले में पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान सुंदर शुक्ला, मीरा उर्फ सुमन शुक्ला, कन्हैया शुक्ला, उमा शुक्ला और सत्यम शुक्ला के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को ही तीन मुख्य आरोपियों अंजनी शुक्ला, उनके भाई मोहन शुक्ला और उनकी पत्नी प्रिया शुक्ला को घटना के कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस के अनुसार मामले में हत्या की धारा भी बढ़ायी गयी है। एसपी ने बताया कि प्रेम कुमार शुक्ला, उदय नारायण शुक्ला और बबलू शुक्ला सहित फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए कई पुलिस टीमों को लगाया गया है, जो अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गए हैं।
पुलिस के अनुसार कानपुर देहात जिले के शाहजहांपुर निनायन गांव में बृहस्पतिवार की रात एक भूखंड पर वाहन पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद मोहन शुक्ला ने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर दो भाइयों की पीट-पीट कर हत्या कर दी और चार अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया। मृतकों की पहचान सत्यनारायण लोहार (72), उनके छोटे भाई रामवीर लोहार उर्फ दरोगा (60) के रूप में की गई।
एसपी ने बताया कि घायल व्यक्तियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) गजनेर ले जाया गया, जहां से उन्हें कानपुर के लाला लाजपत राय (एलएलआर) अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। वहां गंभीर रूप से घायल सत्यनारायण और रामवीर की इलाज के दौरान मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार की शिकायत के आधार पर गजनेर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है और हत्या से संबंधित उचित धाराएं जोड़ी गयी हैं।