Ayodhya Ram Navami news:रामनवमी पर होगा रामलला का सूरज तिलक, होगा लाइव प्रसारण

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Ayodhya Ram Navami news:रामनवमी पर होगा रामलला का सूरज तिलक, होगा लाइव प्रसारण

By : DISHANT

Published : Apr 9, 2024, 3:22 pm IST
Updated : Apr 9, 2024, 3:22 pm IST
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Ramlala Suraj Tilak will be done on Ram Navami news in hindi
Ramlala Suraj Tilak will be done on Ram Navami news in hindi

17 अप्रैल को दोपहर 12 बजे मंदिर की तीसरी मंजिल पर लगे ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम से किरणें गर्भगृह तक पहुंचेंगी।

Ayodhya Ram Navami news in hindi:इस बार रामनवमी पर सूर्य की किरणें राम मंदिर में विराजमान भगवान श्री रामलला का अभिषेक करेंगी। 17 अप्रैल को दोपहर 12 बजे मंदिर की तीसरी मंजिल पर लगे ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम से किरणें गर्भगृह तक पहुंचेंगी। यहां किरणें दर्पण से परावर्तित होंगी और 4 मिनट के लिए 75 मिमी गोल तिलक के रूप में सीधे रामल्ला के माथे पर दिखाई देंगी। यह सुराज तिलक देश के दो वैज्ञानिक संस्थानों के प्रयासों से साकार हो रहा है।

मंदिर के पुजारी अशोक उपाध्याय के मुताबिक, कुछ दिन पहले गर्भगृह के ठीक ऊपर तीसरी मंजिल पर सूरज तिलक का वैज्ञानिक यंत्र स्थापित किया गया था। रविवार को दोपहर की आरती के बाद जब पहली परीक्षा हुई तो रामलला के होंठ खिल उठे। फिर लेंस को दोबारा सेट किया गया और सोमवार को ट्रायल किया गया और किरणें माथे पर लगीं। इसके चलते अब राम नाओमी का सूरज तिलक का आयोजन होना तय माना जा रहा है।

तीन दिन पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट निर्माण समिति के अध्यक्ष निरीपेंद्र मिश्रा ने कहा था कि राम नाओमी को सूर्य तिलक लगाने की तैयारी की जा रही है। इसका प्रसारण पूरे अयोध्या में 100 एलईडी स्क्रीन से किया जाएगा। इससे पहले ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि इस बार सूरज तिलक संभव होना मुश्किल है।

इस सिस्टम को आईआईटी रूड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने विकसित किया है। परियोजना वैज्ञानिक देवदत्त घोष के अनुसार, यह सूर्य के मार्ग को बदलने के सिद्धांतों पर आधारित है। इसमें एक रिफ्लेक्टर, 2 दर्पण, 3 लेंस हैं और किरणें तांबे के पाइप के माध्यम से सिर तक पहुंचेंगी।

सीबीआरआई के वैज्ञानिक डॉ। प्रदीप चौहान ने बताया कि रामनाओमी की तिथि चंद्र कैलेंडर से निर्धारित होती है। सूर्य ग्रहण का समय सुनिश्चित करने के लिए सिस्टम में 19 गियर लगाए गए हैं, जो दर्पण और लेंस पर किरणों की गति को सेकंडों में बदल देंगे। बेंगलुरु की कंपनी ऑप्टिका लेंस और पीतल के पाइप बनाती है। चंद्र और सौर कैलेंडर के बीच जटिल अंतर की समस्या को भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान द्वारा हल किया गया है।

(For more news apart from Ramlala Suraj Tilak will be done on Ram Navami news in hindi, stay tuned to Rozana Spokesman)

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