व्यक्ति मरीज को अस्पताल लेकर आया था, पूरे इलाज के दौरान उससे कोई संपर्क नहीं हो सका।
नोएडा/लखनऊ : उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जीआईएमएस) के शवगृह में 70 वर्षीय एक मरीज का शव 17 दिनों तक पड़ा रहा। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
जीआईएमएस की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, मरीज को मस्तिष्क का आघात होने के बाद 22 जुलाई को जीआईएमएस में भर्ती कराया गया था और 23 सितंबर को उसकी मृत्यु हो गई। उसके शव को शवगृह में स्थानांतरित कर दिया गया। जो व्यक्ति मरीज को अस्पताल लेकर आया था, पूरे इलाज के दौरान उससे कोई संपर्क नहीं हो सका।
हालांकि, इस सप्ताह की शुरुआत में पता चला कि शव 17 दिनों तक शवगृह में लावारिस पड़ा था और राज्य सरकार ने इस घटना पर ध्यान दिया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए बृहस्पतिवार को इसकी जांच के आदेश दिए।
राज्य सरकार की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में अस्पताल अधिकारियों द्वारा एक शव को 17 दिनों तक फ्रीजर में रखने का एक गंभीर मामला सामने आया है। इस बेहद संवेदनशील घटना पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया है। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पाठक राज्य के स्वास्थ्य मंत्री भी हैं।