कच्चे तेल की बढ़ती कीमत और विदेशी पूंजी की बाजार से निकासी के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित होने से रुपये में गिरावट आई।.
मुंबई : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में नये वर्ष के पहले कारोबारी सत्र में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया सोमवार को 14 पैसे की गिरावट के साथ 82.75 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कच्चे तेल की बढ़ती कीमत और विदेशी पूंजी की बाजार से निकासी के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित होने से रुपये में गिरावट आई।.
पिछले साल के आखिरी कारोबारी सत्र में रुपया 14 पैसे के लाभ के साथ 82.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।.
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार की तेजी और डॉलर के कमजोर होने से रुपये की संभावित तेजी पर कच्चे तेल मूल्यों में आई बढ़त और विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी ने अंकुश लगा दिया।.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.66 के स्तर पर कमजोर खुला और कारोबार के अंत में यह 14 पैसे की गिरावट दर्शाता 82.75 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपये ने 82.56 के उच्चस्तर और 82.78 के निचले स्तर को छुआ।. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘भारतीय रुपया नए साल के पहले कारोबारी सत्र में मामूली नुकसान के साथ खुला क्योंकि कई बाजार नए साल की छुट्टी के कारण बंद रहे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पूंजी निवेश के अभाव में रुपया शुरुआती तेजी को कायम नहीं रख पाया। कारोबार हल्का होने के साथ मजबूत घरेलू शेयर बाजार और उम्मीद से बेहतर पीएमआई आंकड़ों से रुपये को समर्थन नहीं मिल पाया।’’.
बुधवार को जारी होने वाली फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के ब्योरे पर निकट अवधि में निवेशकों का ध्यान केन्द्रित रहेगा।.
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.30 प्रतिशत घटकर 103.52 रह गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 2.94 प्रतिशत बढ़कर 85.91 डॉलर प्रति बैरल हो गया।.
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 327.05 अंक बढ़कर 61,167.79 अंक पर बंद हुआ।.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने शुक्रवार को 2,950.89 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।