एनएसई के सूचकांक निफ्टी में गिरावट का रुख रहा। निफ्टी 132.70 अंक यानी 0.74 प्रतिशत नुकसान के साथ 17,859.45 अंक पर बंद हुआ।
मुंबई : वैश्विक स्तर पर मिले-जुले संकेतों और आईटी शेयरों में सुस्ती के बीच घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को गिरावट का रुख बना रहा और प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 60,000 अंक से नीचे आ गया। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 452.90 अंक यानी 0.75 प्रतिशत गिरकर 59,900.37 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 683.36 अंक तक गिर गया था।
एनएसई के सूचकांक निफ्टी में गिरावट का रुख रहा। निफ्टी 132.70 अंक यानी 0.74 प्रतिशत नुकसान के साथ 17,859.45 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, इंफोसिस और टाटा मोटर्स को नुकसान उठाना पड़ा।
दूसरी तरफ, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले, आईटीसी और लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
एशिया के अन्य बाजारों में सोल, टोक्यो और शंघाई के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए जबकि हांगकांग का सूचकांक नुकसान में रहा। यूरोप के शेयर बाजारों में कारोबार मिला-जुला रहा। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को गिरावट पर रहे थे। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.15 प्रतिशत चढ़कर 78.81 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला कायम है। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 1,449.45 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी।