नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 19.30 अंक यानी 0.10 प्रतिशत फिसलकर 19,731.75 अंक पर बंद हुआ।
मुंबई : घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 116 अंक और टूट गया। वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख और पश्चिम एशिया में तनाव के बीच ब्रेंट क्रूड में तेजी से बाजार में गिरावट आई। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 115.81 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,166.93 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 243.36 अंक तक लुढ़क गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 19.30 अंक यानी 0.10 प्रतिशत फिसलकर 19,731.75 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में नेस्ले, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, कोटक महिंद्रा बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर में प्रमुख रूप से गिरावट रही।
दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजारों में शुक्रवार को मिला-जुला रुख रहा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में जारी तनाव से शेयर बाजार की धारणा प्रभावित हुई है। मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में शामिल कंपनियों में लिवाली देखी जा रही है। इसका कारण त्योहारी मांग तथा दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम अच्छा रहने की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर कच्चे तेल के दाम में तेजी जारी रहती है, इससे ...परिचालन लागत पर असर पड़ेगा। इससे वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी छमाही में मार्जिन प्रभावित हो सकता है।’’ शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 317.01 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।