कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 66,559.29 अंक तक गया और नीचे में 66,177.62 अंक तक आया।
मुंबई: उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 29 अंक की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। कारोबारियों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी तथा कच्चे तेल के दाम में तेजी से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 29.07 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 66,355.71 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 66,559.29 अंक तक गया और नीचे में 66,177.62 अंक तक आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 8.25 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 19,680.60 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 19,729.35 से 19,615.95 अंक के दायरे में रहा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति घोषणा से पहले घरेलू शेयर बाजार सीमित दायरे में रहे। चीन की रियल्टी क्षेत्र को समर्थन देने की नीति को लेकर प्रतिबद्धता से धातु शेयरों में तेजी रही। जन-उपयोगी सेवाओं से जुड़ी कंपनियों के शेयर परिचालन मार्जिन बेहतर रहने की उम्मीद में मजबूत हुए।’’
सेंसेक्स के शेयरों में जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, एनटीपीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट प्रमुख रूप से लाभ में रहे। इनमें 3.33 प्रतिशत तक की तेजी रही।
दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, आईटीसी, एलएंडटी और एसबीआई शामिल हैं। इनमें 3.95 प्रतिशत तक की गिरावट रही। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 14 लाभ में बंद हुए। निफ्टी के 50 शेयरों में से 25 लाभ में रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कम्पोजिट मजबूत रहे, जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी रही। अमेरिकी बाजार सोमवार को कुल मिलाकर बढ़त में रहे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.59 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को बिकवाल रहे। उन्होंने 82.96 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।