इस समय दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में भारत की स्थिति काफी बेहतर है। गौरतलब है कि विकसित दुनिया में उच्च मुद्रास्फीति है।
New Delhi : दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली इकाइयों के लिये महंगाई का दबाव कुछ हद तक घट रहा है और ग्रामीण बाजारों में बिक्री में वृद्धि के संकेत हैं। विभिन्न कारोबार से जुड़ी कंपनी आईटीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक संजीव पुरी ने बृहस्पतिवार को यह बात कही।
उन्होंने उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम में कहा कि इस समय महंगाई है और इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में दैनिक उपयोग के सामान (एफएमसीजी) की बिक्री की वृद्धि रुकी हुई है। उन्होंने कहा कि बिक्री में ज्यादातर वृद्धि मुद्रास्फीति के चलते है।
खपत के रुझान के बारे में पूछने पर पुरी ने कहा, ''एफएमसीजी खंड में, हम आमूलचूल बदलाव देख रहे हैं और साथ ही लोग बेहतर मूल्य चाहते हैं और कम कीमत को लेकर दबाव है।'' उन्होंने आगे कहा कि इस समय दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में भारत की स्थिति काफी बेहतर है। गौरतलब है कि विकसित दुनिया में उच्च मुद्रास्फीति है।
पुरी ने कहा, ''जहां तक खपत का सवाल है, दबाव का मुख्य बिंदु मुद्रास्फीति के चलते है, क्योंकि बहुत सारे उत्पादों की कीमतें एक साल में इतनी बढ़ी हैं, जितनी बढ़ने में शायद पहले पांच साल लग गए होंगे।'' उन्होंने हालांकि कहा कि ग्रामीण मांग बेहतर होने जा रही है।