वो स्टेज पर जाते ही पैर कांपने लगते थे।
Mumbai: बॉलीवूड में राजपाल यादव ने अपनी मेहनत और टैलेंट के दम पर एक ऐसी पहचान बना ली है जिसकी जगह कोई नहीं ले सकता है. राजपाल 24 साल से फिल्मों में कॉमेडी करते नजर आ रहे हैं। उनकी मौजुदगी फिल्म को रोमांचक बना देता है. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से 50 किलोमीटर दूर गांव कुंद्रा में जन्में राजपाल एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते है. उनके पिता किसान थे. उन्होंने एक बार कहा था कि उनके पिता उन्हें पढ़ा-लिखाकर बड़ा इंसान बनाना चाहते थे। पर वो पढ़ने में उतने अच्छे नहीं थे। उनके मास्टरजी फनके पिता के पास शिकायत लेके आया करते थे. एक बार तो उनके प्रिंसिपल ने यह भी कह दिया था कि अगर ये पढ़ना चाहता है तो ठीक, नहीं तो हम मजदूरी करके इस तरह अपनी कमाई बर्बाद नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा था कि मैं स्कूल के किसी कॉम्पिटिशन में पार्टिसिपेट करता था, तो स्टेज पर जाते ही पैर कांपने लगते थे। ऐसे में एक्टर बनने का कभी ख्याल नहीं आया।
राजपाल ने कहा कि अगर मैं आज एक एक्टर न होता तो शायद मैं एक टेलर होता और देश के जवानों के लिए कपड़े सिल रहा होता। मैंने परिवार की माली हालत देखकर ऑर्डिनेंस क्लॉथ फैक्ट्री में टेलरिंग अप्रेंटिस का कोर्स किया था. ऑर्डिनेंस क्लॉथ फैक्ट्री में रामलीला होती थी। मैं भी इसमें पार्टिसिपेट करने लगा। मेरी एक्टिंग देख लोग इम्प्रेस हुए। मुझे भी नाटकों में काम करके मजा आने लगा। मुझे लगने लगा कि इस फील्ड में मैं बेहतर काम कर पाऊंगा।
इसके बाद मैंने लखनऊ का रुख किया। यहां मैंने भारतेंदु नाट्य एकेडमी में एडमिशन लिया। उन्होंने बताया कि NSD में हमारे फेयरवल का समय था। इसी में मंजू सिंह आई थीं जो आज भी बड़ी बहन की तरह हैं। मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि वो एक टीवी शो बना रही हैं, जब भी मैं मुंबई आऊं तो उनसे जरूर मिलूं।
उसके बाद मैं अपने पांच दोस्तों के साथ मुम्बई पहुंचा। उन्होंने मुझे भी सीरियल में छोटा सा रोल दे दिया।ये पहली बार था जब मैंने कैमरा फेस किया। इसके बाद मुझे शो मुंगेरी के भाई नौरंगीलाल में काम करने का मौका मिला।
मैंने बड़े-बड़े डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स के ऑफिस के चक्कर भी लगाए। ताकि मुझे फिल्मों में काम मिल जाए. उस समय मेरी नवाजुद्दीन सिद्दीकी, अनुराग कश्यप से मुलाकात होती रहती थी। काम की उम्मीद में मैं भी रामू जी के ऑफिस के बहुत चक्कर काटता था।
फिल्म शूल में मुझे कुली का रोल मिला, नवाज भाई (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) को वेटर का रोल मिला, ऐसे ही बाकी लोगों को भी एक-एक लाइन का सीन मिला। फिल्म में मेरे 1 सीन से मेरे 13 सीन हो गए।
फिल्म शूल में उनके काम देखने को बाद उन्हें कई ऑफर मिलने लगे. फिल्म जंगल में सिप्पा के रोल में राजपाल के खूब प्यार मिला। स्क्रीन अवॉर्ड में सिप्पा के रोल के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर इन निगेटिव रोल का अवॉर्ड मिला। जिसके बाद एक महीने में उन्होंने 16 फिल्में साइन कीं। और फिर वो आगे बढ़ते गए. फिल्मों में लोगों ने उनके किरदार को खूब पसंद किया। और आज वो बॉलीवूड के एक बड़े कॉमेडियन है.
आने वाले दिनों में राजपाल वेलकम टु जंगल में नजर आनेवाले है.