सितंबर तिमाही के अंत तक भारत का विदेशी ऋण जीडीपी अनुपात 19.2 प्रतिशत था। जून के अंत तक यह 19.3 प्रतिशत था।
New Delhi : भारत का विदेशी कर्ज चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में घटकर 610.5 अरब डॉलर पर आ गया है। यह जून, 2022 की तुलना में 2.3 अरब डॉलर कम है। वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
सितंबर तिमाही के अंत तक भारत का विदेशी ऋण जीडीपी अनुपात 19.2 प्रतिशत था। जून के अंत तक यह 19.3 प्रतिशत था। मंत्रालय ने कहा कि सितंबर, 2022 के अंत तक भारत का विदेशी ऋण 610.5 अरब डॉलर था, जो जून तिमाही की तुलना में 2.3 अरब डॉलर कम है।
बयान में कहा गया है कि मूल्यांकन में यह लाभ अन्य मुद्राओं मसलन यूरो, येन और रुपये की तुलना में डॉलर में मजबूती की वजह से हुआ है। ‘‘यदि मूल्यांकन के प्रभाव को हटा दिया जाए, तो विदेशी ऋण 2.3 अरब डॉलर घटने के बजाय 8.3 अरब डॉलर बढ़ता।’’
सितंबर, 2022 के अंत तक दीर्घावधि का ऋण (मूल परिपक्वता एक साल से अधिक) 478.7 अरब डॉलर था। यह जून, 2022 के अंत की तुलना में आठ अरब डॉलर कम है।