मोदी ने कहा कि सहभागिता वाले लोकतंत्र में महिलाओं की अधिक संख्या होना महत्वपूर्ण है।
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दे रहा है और स्थानीय स्व-शासी संस्थाओं में लगभग 50 प्रतिशत निर्वाचित प्रतिनिधि महिलाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने यहां नौवें जी20 संसदीय अध्यक्ष सम्मेलन (पी20) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने से जुड़ा हालिया कानून देश की संसदीय परंपरा को और समृद्ध करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत में लोगों को घटना के समय ही जानकारी प्रदान करने के लिए 28 भाषाओं में 900 से अधिक टीवी चैनल हैं और लगभग 200 भाषाओं में 33,000 से अधिक विभिन्न समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं।
उन्होंने भारत में सूचना के प्रवाह तथा बोलने की आजादी के स्तर पर भी जोर दिया। मोदी ने कहा, ‘‘21वीं सदी की इस दुनिया में भारत की यह जीवंतता, विविधता में एकता हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। यह जीवंतता हमें हर चुनौती से लड़ने और हर कठिनाई का मिलकर समाधान निकालने की प्रेरणा देती है।’’
अंतर-संसदीय संघ के अध्यक्ष दुआर्ते पचेकेा ने अपने संबोधन में कहा कि हो सकता है कि हमारे देशों में नेतृत्व में अधिक महिलाएं हों तो इतने युद्ध ही नहीं हों।
मोदी ने कहा कि सहभागिता वाले लोकतंत्र में महिलाओं की अधिक संख्या होना महत्वपूर्ण है।.
मोदी ने सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने के हालिया फैसले की जानकारी दी।.
प्रधानमंत्री ने उन्हें यह भी बताया कि स्थानीय स्व-शासी संस्थाओं में 30 लाख से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधियों में से लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं हैं।.
उन्होंने कहा, ‘‘भारत आज हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दे रहा है। हमारी संसद द्वारा लिया गया हालिया निर्णय हमारी संसदीय परंपरा को और समृद्ध करेगा।’’