एक सरकारी आदेश जारी करते हुए विभाग को जल्द से जल्द असुरक्षित पुलों की मरम्मत करने या उनकी जगह नया पुल बनाने को कहा गया है।
देहरादून : उत्तराखंड में पुलों के सुरक्षा ऑडिट में 36 पुल यातायात के लिए असुरक्षित पाए गए हैं। गुजरात में मोरबी पुल हादसे के बाद प्रदेश में भी पुलों के सुरक्षा ऑडिट के आदेश दिए गए थे।
प्रदेश के लोकनिर्माण विभाग के एक अधिकारी ने यहां बताया कि पौड़ी जिले में सर्वाधिक 16 पुल यातायात के लिए असुरक्षित पाए गए हैं जबकि टिहरी जिले में आठ पुल, उधमसिंह नगर जिले में पांच, हरिद्वार में तीन और देहरादून, पिथौरागढ़, चमोली और रूद्रप्रयाग में एक-एक पुल असुरक्षित पाया गया है ।
लोकनिर्माण विभाग के सुरक्षा ऑडिट की रिपोर्ट आने के तत्काल बाद एक सरकारी आदेश जारी करते हुए विभाग को जल्द से जल्द असुरक्षित पुलों की मरम्मत करने या उनकी जगह नया पुल बनाने को कहा गया है।
अधिकारी ने बताया कि ज्यादा प्रयोग में आने वाले पुलों के पुनर्निर्माण या उनकी जगह नए पुल बनाने को प्राथमिकता दी जाएगी।
मोरबी में 30 अक्टूबर को पुल टूटने की घटना में कई लोगों के मारे जाने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को सभी सेतुओं का सुरक्षा ऑडिट कराने के निर्देश दिए थे जिसके बाद दो नवंबर को प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने इस संबंध में आदेश जारी किया था।
आदेश में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता को प्रदेश में स्थित पुलों से संबंधित सभी सूचनाएं हर हाल में तीन सप्ताह के अन्दर शासन को उपलब्ध कराने को कहा गया था ।
विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों को संबंधित जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर कई वर्ष पुराने हो चुके पुलों की भार वहन क्षमता के आधार पर उन पर आवागमन सुनिश्चित करने का आदेश देते हुए कहा गया था कि पुलों पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना के लिए संबंधित अधिशासी अभियंताओं को जिम्मेदार माना जाएगा।